दैनिक हिन्दी राशिफल (वृष राशि) / Vrishabha Rashifal
आज का दिन
वृषभ दैनिक राशिफल आपको अपने नियमित कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा। यदि आपकी राशि वृषभ है, या यूँ कहें कि आप वृषभ राशि के जातक हैं, तो आपको इस वृषभ राशिफल के द्वारा आपकी ज़िन्दगी से जुड़ी किसी भी घटना के होने से पहले निर्देशित किया जाएगा, जिससे आप किसी तरह की परेशानी में न फसें और अपनी असफलता को सफलता में बदल सकें। क्यूंकि यदि हमें किसी भी बुरे घटना के बारे में कोई जानकारी हो जाये, तो शायद हम खुद को पहले ही सावधान कर सकते हैं ताकि उस घटना के कारण किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे। वृषभ राशिफल का विश्लेषण करने के लिए पहले वृषभ राशि के बारे में समझें:
वृष- राशि चिन्ह
वृषभ राशि चक्र की दूसरी राशि है जिसका राशि चिन्ह ’बैल’ होता है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि बैल स्वभाव से बहुत पारिश्रमी और वीर्यवान होता है, लेकिन साधारण तौर पर वह शांत रहता है, लेकिन यदि इसे क्रोध आ जाये तो यह उग्र रूप धारण कर लेता है। यही स्वभाव वृषभ राशि के लोगों में भी देखने को मिलता है। वॄष राशि का विस्तार राशि चक्र के 30 अंश से 60 अंश के बीच मिलता है। इस राशि का स्वामी ग्रह “शुक्र” है।
वृष- शारीरिक बनावट
- वृष राशि के जातकों का चेहरा खुशनुमा और भरा हुआ होता है। इनकी त्वचा बहुत कोमल होती हैं।
- इस राशि के जातक के होंठ खूबसूरत होते हैं।
- इनके चेहरे का आकार अण्डाकार होता हैं।
- इनकी नाक गोल और उपर की तरफ उठी हुई होती है।
- इस राशि के लोगो का रंग साफ़ होता है।
- अगर बालों की बात करें तो इनके बाल घने और चमकीले होते हैं।
- इस राशि के लोगों का शरीर अनुपात में होता है।
- इनका कपड़ो का चुनाव बेहतरीन होता है।
- ये बहुत सलीकेदार होते हैं और इनका ध्यान इस बात पर होता है कि ये कैसे दिख रहें हैं।
- वृष राशि वालों के हाथ की बनावट चौकोर आकार की होती है। वृष राशि वाले लोगों के पास बोलने की असाधारण क्षमता होती है।
- इस राशि का व्यक्ति यदि शरीर से दुर्बल हों, तो उसे पौष्टिक अन्न ज्यादा खाना चाहिए तथा चर्बी युक्त पदार्थ का सेवन कम करना चाहिए।
- इस राशि से जुड़े जिन व्यक्तियों के हाथ की अंगुली अथवा गाल पर तिल होता है, उनके पास पैसा की बचत बिलकुल नहीं हो पाती है।
वृष- व्यक्तित्व
वृषभ राशि के व्यक्ति शांतिप्रेमी होते हैं। जब उन्हें लगता है कि समस्या का कोई समाधान नहीं मिल पा रहा है, तब वह इतने ज्यादा गतिशील हो जाते हैं कि उस समस्या का हल ढूंढकर ही रहते हैं। इस राशि के लोग संगीत की शक्ति से संपन्न होते हैं। इस राशि के जातक अपनी वाणी से एक समय पर सैकड़ों लोगों को प्रभावित और आकर्षित कर सकते हैं। वृष राशि के लोगों को सौदेबाजी करना पसंद होता है। इस राशि के जातक बाहर से जितने कठोर दिखाई देते हैं, भीतर से उतने ही नरम होते हैं।
वृषभ राशि वाले व्यक्ति कलाप्रिय, दृढ़, दयालु प्रकृति, साथ ही परिवर्तन-प्रिय भी होते हैं। इस राशि के लोग चतुर होते हैं और अपनी विचारधारा और योजना का किसी को भी सुराग तक लगने नहीं देते हैं। ये लोग जब किसी काम में लगते हैं, तो सभी कामों को छोड़कर पहले उसे ही पूरा करने में लग जाते हैं। वृष राशि के लोग प्रयत्न और परिश्रम को विशेष महत्व देते हैं।
इन्हें मिथ्यावादी अथवा घमंडी प्रकृति के लोग बिलकुल पसंद नहीं होते। यह अपमान को सहन नहीं कर पाते। ऐसे व्यक्ति अनुमान के बड़े पक्के होते हैं। उनकी गणनाएं एकदम सटीक होती हैं। वृष राशि के जातक को मूर्ख नहीं बनाया जा सकता।
वृष- रुचियाँ/शौक
वृषभ राशि के जातको को ज्योतिष शास्त्र से जुडी पुस्तकें पढ़ना, खेल-कूद, नृत्य, गायन, सत्संगति, अच्छी चीजों को संगृहीत करना, कथा-कीर्तन, आदि जैसी चीज़ों में से किसी एक बात में काफी दिलचस्पी रहती है। वृष राशि के पुरुष को खेल का और वृष राशि की स्त्री को वस्त्रों का काफी शौक रहता है। वृष राशि का मनुष्य नयी जानकारियां और विविध घटनाओं तथा स्थानों के वर्णन में रुचि रखता है। ये लोग पाक कला में भी अच्छे होते हैं।
वृष- कमियां
- वृष राशि वालों को डराना या धमकाना अपने लिए संकट को आमंत्रित करने जैसा है। कभी-कभी ये लोग क्रोध में आकर सीमाओं को भी पार कर देते हैं। ये स्वयं झगड़ा नहीं करते हैं, परन्तु कोई इनसे जानबुझ कर झगड़ा करे है तो वह उसे पर्याप्त दंड दिए बिना नहीं छोड़ते।
- इस राशि के लोग जिद्दी होते हैं।
- इस राशि वाले लोग स्वभाव से अत्यंत आलसी होते हैं और अपना सामान व्यवस्थित नहीं रखते हैं। इनमें अपना सामान फ़ैला कर रखने की गन्दी आदत होती हैं।
- वृष राशि के व्यक्ति अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक रूढ़िवादी होते हैं।
- चटोरापन इनकी आदत होती है, भोजन के मामले में ये संयम नहीं रख पाते हैं।
- इस राशि वाले व्यक्तियों में खुद को महान समझने की भावना होती है। वह किसी भी सफल या उनसे ज्यादा खुश व्यक्ति को देख कर ईर्ष्या नहीं करते, पर खुद वैसी ही सफलता पाने के लिए लालायित हो उठते हैं।
- इन कमियों को दूर करने के लिए हिन्दू पद्धति में वृष राशि के जातकों के लिए कुछ उपाय बताये गए हैं -जैसे संकष्टी चतुर्थी, प्रदोष, रामायण पाठ, गायत्री जाप या फिर मंगलवार का उपवास करना चाहिए।
- इनके लिए शुक्रवार का व्रत और शिव उपासना भी शुभ फलदायि होता है।
- इस राशि वाले जातकों को अपनी मनोकांक्षा पूरी करने के लिए – ‘ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः शुक्राय नमः’- मंत्र का 16000 जाप करना चाहिए ।
वृष- आर्थिक पक्ष
इस राशि का मनुष्य मेहनत से धन और भू-संपत्ति का स्वामी बनता है। इनके पास पैसे की बचत नहीं हो पाती। ये जितना कमाते हैं, उतना ही खर्च भी करते हैं। इस राशि के जातक धन संबंधी योजना बनाने में कुशल होते हैं। वृष राशि वाले लोग सक्रिय रहने पर धनाभाव नहीं आने देते। ये आय और व्यय के प्रति भी सतर्कता बनाये रखते हैं।
अगर वृष राशि के जातक अपने सभी बिलों का भुगतान समय पर करें तो वे कुछ पैसों की बचत कर सकते हैं। ये लोग पैसे से प्यार करते हैं और उसे ज्यादा कमाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
वृष- शिक्षा एवं व्यवसाय
वृष राशि के जातक मेहनती और लगनशील होते हैं। ऐसे लोग काम में विश्वसनीय, मेहनती, धैर्यवान और पूर्ण होते हैं। इस राशि के लिए बेहतरीन व्यवसायों में कृषि, बैंकिंग, चिकित्सा, शिक्षा और निर्माण शामिल हैं। वृष राशि के लोग वफादार, भरोसेमंद और मेहनती कार्यकर्ता होते हैं। ये बहुत व्यावहारिक और धरती से जुड़े इंसान होते हैं और इन्हे कल्पना की उड़ाने भरना बिलकुल भी पसंद नहीं होता है। वृष राशि के लोग जीवन में विशेष उन्नति और सम्मान के अधिकारी बनते हैं। भूमि संबंधी कार्यों में भी इन्हें सफलता मिलती है।
जब इन्हें जिम्मेदारी दे दी जाती हैं तो वृष राशि वाले उसे पूरी शिद्दत से निभाते हैं और काम पूरा करने में अपनी जी-जान लगा देते हैं। वृष राशि के जातकों की महत्वकांक्षा बहुत ऊँची नहीं होती है लेकिन ये अपनी कड़ी मेहनत एवं लगन की बदौलत शिखर को छू पाते हैं। वृष के लिए सबसे उपयुक्त व्यवसायों में बैंकिंग, प्रदर्शन कला, या उस तरह का कैरियर जिसमें एक ही दिमाग हो तो फ़िर ये धैर्य के साथ कार्यभार संभालते हैं और सफलता प्राप्त करते हैं।
वृष- प्रेम संबंध
- वृष राशि वाले जातकों में प्रेम कूट-कूट कर भरा होता है। इस राशि का किसी अन्य के लिए प्रेम बहुत जल्दी प्रारंभ हो जाता है, लेकिन ऐसे रिश्तों का अंत मित्रता और समझदारी में ही होता है।
- यह राशि ऐसे प्यार की चाह रखती है, जिसका आधार ठोस और दृढ़ हो।
- ऐसे लोगों के जीवन में प्रेम तथा वासना दोनों का समान प्रभाव रहता है।
- वृष राशि के जातक उपहार और भौतिक चीज़ों के द्वारा अपना स्नेह दिखाते हैं।
- ये लोग एक से अधिक प्यार की इच्छा रखते हैं और चाहते हैं कि उनका साथी उनके अनुसार चले। इन्हें मत-विभिन्नता बिलकुल स्वीकार नहीं।
- इस राशि के जातक कलात्मक प्रवृत्ति के लोगों को अपनी ओर जल्दी आकर्षित कर लेते हैं।
- ये लोग अपने चरित्र को हमेशा दर्पण की तरह शुद्ध और स्वच्छ रखते हैं।
- ये किसी भी स्त्री की ओर अचानक आकर्षित नहीं होते।
वृष- विवाह और दांपत्य जीवन
विवाह के संबंध में वृष राशि वृश्चिक राशि को अपनी ओर आकर्षित करती है। इनकी दृष्टि में वृश्चिक की प्रधानता रहती है। लेकिन कन्या राशि से भी इनके संबंध अच्छे और रोमांटिक होते हैं, पर इस राशि से सम्बन्ध अस्थायी होता है। वृष राशि का पुरुष विवाह और दाम्पत्य जीवन से जुड़े सभी चीज़ों को सर्वोत्तम रूप में पाना चाहता है। वह अपने रिश्ते में पूर्ण आत्मसमर्पण चाहता है। अगर बात करें वैवाहिक जीवन की तो पति-पत्नी में अवश्य ही खटपट चलती रहती है, लेकिन ये एक-दूसरे को कभी नहीं छोड़ते। खटपट के बाद इनका पुनः मेल हो जाता है।
वृष- घर-परिवार
वृष राशि के लिए परिवार और घर बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इस राशि में पैदा हुए लोग बहुत वफादार होते हैं और हर समय दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए तैयार रहते हैं। वृष राशि के स्त्री/पुरुष एक सफल माता-पिता बनते हैं। बच्चों के लिए उनके मन में अत्यन्त प्रेम की भावना होती है।
वृष राशि वाले लोगों को संतान से सुख मिलता है। ये लोग रिश्तेदारी से हमेशा दूर रहते हैं। इस राशि के लोग अपने परिवार और मित्रों के लिए ईमानदार तथा सहायक होते हैं। वृष राशि से जुड़े व्यक्ति पारिवारिक जिम्मेदारियों से घबराता और उनसे दूर भागता है। वह खुद को घर गृहस्थी के कामों से अलग रखना ही पसंद करता है। वृष राशि का मनुष्य अपने आप में केंद्रित होता है जिसकी वजह से इनके प्रियजन दुःखी हो जाते हैं।
वृष- इष्ट मित्र
- इस राशि का वृष, मिथुन, कन्या और मकर राशि के लोगों से प्रेम बना रहेगा।
- मेष और वृष राशि के बीच मत-विभिन्निता रहती है किन्तु फिर भी ये दोनों अच्छे मित्र होते हैं।
- कर्क तथा सिंह राशि के व्यक्ति वृष राशि को पीड़ा देने वाले होते हैं।
- वृष राशि के लोगों का वृश्चिक राशि वालों से अक्सर विवाद रहता है।
- इस राशि के जातक को मकर राशि वालों से शिक्षा के क्षेत्र में लाभ प्राप्त होता है।
- वृष की दूसरे वृष राशि वाले के साथ अच्छी पटती है।
- सिंह और कुंभ राशि वालों के साथ वृष का संबंध शुभ नहीं रहता है।
- मेष, मिथुन, तुला और धनु के साथ वृष का संबंध उदासीन रहता है।
- मिथुन राशि वाले धन के संबंध में वृष राशि वालों के लिए सहायक होता है तथा बाहरी दुनिया से अवगत कराता है।
वृष- स्वास्थ्य और खान-पान
वृषभ राशि के जातकों की शारीरिक क्षमता मजबूत होती है इसलिए इन्हे ज्यादा स्वास्थ्य की समस्या नहीं होती है। इस राशि के लोगों का गला बहुत संवेदनशील होता हैं और अक्सर कफ़ जमा होने की शिकायत होती है। वृष राशि के जातकों को पेट की शिकायत रहती है। गैस्टिक दर्द, आंखों में तकलीफ, गले में रोग आदि जैसी बिमारियों के होने का भय बना रहता है। इस राशि वाले व्यक्तियों की मृत्यु अधिकांश तौर पर हार्ट अटैक की वजह से होती है।
वृष राशि के लोगों को थायराइड ग्रंथी के लिए फ़ायदे जनक भोज्य पदार्थ ग्रहण करना चाहिए। इनके भोजन में आयोडाइज्ड नमक, कद्दू, फ़ूलगोभी, ककड़ी, मटर, बादाम आदि जैसे खाद्य पदार्थ शामिल होने चाहिए। इस राशि के जातको को स्टार्च,अत्यधिक मीठा और वसा युक्त भोजन से दूर रहना चाहिए क्योंकि ऐसी चीज़ें आपका वजन बढ़ा सकती हैं। इन्हे हल्का भोजन और नियमित रूप से कसरत करनी चाहिए।
वृष- भाग्यशाली अंक
6 का अंक वृष राशि के जातकों के लिए भाग्यशाली होता है। इसीलिए 6 अंक की श्रृंखला 6, 15, 24, 33, 42, 51… इनके लिए शुभ होती है। इस राशि के जातकों के लिए 4, 5, 8 अंक शुभ, 3 अंक सम और 1, 2 अंक अशुभ फलदायी होते हैं।
वृष- भाग्यशाली रंग
अगर रंग की बात करें तो वृष राशि वालों के लिए नीला और जामुनी रंग भाग्यशाली रंग होता है। इन रंग के वस्त्र पहनने से मानसिक शांति रहती है। वृष राशि वाले लोगों के लिए जेब में हमेशा सफ़ेद रूमाल रखना बहुत फायदेमंद होता है। सफेद रंग को अपने कपड़ों में किसी न किसी रूप में अवश्य रखें।
वृष- भाग्यशाली दिन
वृष राशि का “शुक्र” ग्रह से बहुत ही निकट संबंध होता है, इसीलिए “शुक्रवार” इस राशि के जातकों का भाग्यशाली दिन होता है। इसके साथ ही बुधवार एवं शनिवार भी इनके लिए शुभ दिन होते हैं। जिस दिन वृश्चिक राशि का चंद्रमा हो उस दिन इन्हें किसी भी महत्वपूर्ण काम को शुरू नहीं करना चाहिए।
वृष- भाग्यशाली रत्न
वृष राशि वाले लोगों के लिए “हीरा” भाग्यशाली रत्न होता है। इसीलिए शुक्र खराब रहने पर इन्हें हीरा पहनना चाहिए। आप एक रत्ती के हीरे को प्लैटिनम या चांदी में लगवाकर पहन सकते हैं। वृष राशि वाले यदि हीरा को शुक्रवार के दिन शुभ मुहूर्त में इष्टदेव की उपासना के बाद धारण करें तो यह अधिक लाभप्रद रहता है। वृष राशि के जातको को मूंगा, हीरा या फिर चंदन की जड़ी पास में रखना चाहिए। इससे बुरा समय टलता है और मन में शांति बनी रहती है।
ऊपर हमने वृषभ राशिफल और वृषभ राशि के जातकों से जुड़ी शारीरिक बनावट, व्यक्तित्व, शौक, कमियां, खूबियां, परिवार, प्रेम संबंध जैसे सभी पहलुओं को अच्छे से जाना। आशा करते हैं कि एस्ट्रोसेज द्वारा दी गयी जानकारी आपको वृष राशि के लोगों को समझने में मददगार सिद्ध होगी।