
बलौदा -इलाज में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुवे नगर के सामुदायिक स्वस्थ केंद्र के सामने झपेली के ग्रामीणों ने बिलासपुर मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया लगभग एक घण्टे की जाम के बाद तहसीलदार किशन मिश्रा एवं थाना प्रभारी गोपाल सतपथी के समझाइस के बाद जाम खुल पाया।
मामला बलौदा के समीप ग्राम झपेली की है ग्राम झपेली निवासी सीता राम कश्यप उम्र 50 वर्ष जो 20 जून को सामुदायिक स्वस्थ केंद्र बलौदा में पेट दर्द के नाम से उनके परिजन यहां लेकर आये थे, उसी के समीप एक और मरीज था. सीता राम की धर्म पत्नी प्रमिला कश्यप के अनुसार वहाँ पर जो एक और मरीज था जिसे शाप ने काटा था उसी का इंजेक्सन मेरे पति को लगा दिए. जिसके बाद मेरे पति का पूरा पैर काला पड़ गया और पैर में जकड़न शुरू को गया. जिसके बाद मेरे पति को 21 जून को बिलासपुर सिम्स रेफर किया गया वहाँ उसकी परिस्थति को देखते हुवे हालत बिगड़ते देख वहां के डॉक्टरों ने रायपुर भेजा गया जहां इलाज के बाद इनके परिजनों ने श्री राम केयर में इसका इलाज करवाया गया जहां पीरिजनो के अनुसार डॉक्टर ने सीता राम कश्यप का पैर काटने की सलाह दे दिया. उसके बाद ये लोग घबरा गए कारण इनकी परिस्थति ठीक नही है उनके बाद प्रमिला कश्यप ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी बिलासपुर को इस घटना में हुवे लापरवाही का आरोप लगाते हुवे डॉक्टर और नर्स के विरुद्ध उचित कार्यकहि की मांग किया। उसके बाद बिलासपुर रेंज के महानिरीक्षक को 28 जून को लिखित शिकायत जन दर्शन में किया तब तक डॉक्टर के कहे अनुसार सीता राम कश्यप का पैर काटने के लिए उसके परिजन उसे रायपुर लेकर गए जहां उसका पैर काट दिया गया. उसके बाद 6 जुलाई को उसके परिजन पैर काटने के बाद उसे लेकर आ रहा तब रास्ते मे ही सामुदायिक स्वस्थ केंद्र के सामने सीता राम को सडक पर लिटा कर इसके साथ हुवे गलत इलाज एवं इसके भरण पोषण की मांग करते हुवे डॉक्टर और नर्स के खिलाफ कार्यवाही की मांग किये. मुख्य मार्ग पर जाम की सूचना पर तहसीलदार और थाना प्रभारी वहाँ पहुचे. और समझाइस दिए तब कहि एक घंटे के बाद मामला शांत हुआ और सड़क बहाल हो पाया इधर इनके मरीज के पीरिजनो का कहना था. कि अब तो उम्र के अंतिम पड़ाव में इसका देख रेख करने वाला कोई नही है इसकी हालत पहले से ही गरीबी थी उन्होंने साशन से मांग किया है. कि इसके लिए कोई उचित मुआवजा दिया जाए।