JANJGIR CHAMPA : समाजसेवी संतोष सराफ ने अपनी बहन मधु सराफ की स्मृति में 13 विद्यालयों में भोजन उपलब्ध करवाया
मानवता की हैं निशानी! 13 वीं पर 13 विद्यालयों में एक साथ कराया गया न्यौता भोजन
जांजगीर-चांपा / समाजसेवी और मानव सेवा के प्रति समर्पित बसंत मेड़िकल स्टोर के संचालक श्रीयुत संतोष कुमार सराफ द्वारा अपनी बहन मधु की स्मृति में 13 वीं पर 13 प्राथमिक विद्यालयों में एक साथ न्यौता भोजन का आयोजन एक अनुकरणीय कार्य हैं, जिसे स्वर्णकार समाज सहित अन्यान्न्य वर्ग के लोगों द्वारा सराहा जा रहा हैं। प्राथमिक विद्यालय परिसर में छोटे-छोटे बच्चों को भात-दाल सब्जी , खीर-पूड़ी के साथ-साथ मिठान्न और फ़ल भी दिया गया । 13 विद्यालयों में इसी तरह का आयोजन होने से बच्चों में जबर्दस्त उत्साह, उमंग और समाज के वर्ग विशेष में एक तरह का जुड़ाव महसूस हुआ हैं।
प्रगतिशील स्वर्ण एवं रजत समिति चांपा के सचिव तथा साहित्यकार शशिभूषण सोनी ने बताया कि भोजन करवाना परमार्थ कार्य हैं, जो कि बनना निःसंदेह सराहनीय हैं। भूखें को भोजन और प्यासे को पानी देना तथा भोजन सामग्री वितरित करना संतोष भाई जी पुर्णाथ काम हैं। ईश्वर आप सबको शक्ति और सामर्थ्य प्रदान करे। नेक काम में जुटे रहे, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं सद्गति प्रदान करे। केंद्र और राज्य सरकार की भी योजना हैं कि समाज में किसी भी व्यक्ति द्वारा अपने या फिर बच्चों के जन्मोत्सव, वर्षगांठ या अन्य सुख-दु:ख के अवसरों पर इस तरह का आयोजन किया जा सकता हैं, इसी उद्देश्यों से अनप्रेरित होकर सोनी दंपत्ति संतोष कुमार सराफ, उनकी अर्धांगिनी सुशीला सराफ तथा भाई प्रमोद सराफ ने अपनी बहन मधु की स्मृति में न्यौता भोज का आयोजन किया ।
एक साथ भोज होना गर्व की बात हैं , स्कूलों में इस तरह का आयोजन ज़रुरी – एस आर खांडे शिक्षाधिकारी
स्थल पर मौजूद रहे विकासखंड शिक्षा अधिकारी एस आर खांडे ने कहा कि बलौदा विकासखंड के तेरह स्कूलों में एक-साथ भोज का आयोजन होना गर्व की बात हैं। समाज के सभी वर्गों से निवेदन करता हूं कि स्कूलों में इस तरह के आयोजन में सब जरुर सहयोग करे।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बीआरसीसी अर्जुन क्षत्री , स्कूल समन्वयक राजकुमार साहू, मनोहर यादव, राधेश्याम शर्मा,अरुण कुमार सिन्हा, कमलेश देवांगन, राजेंद्र राठौर, शशिप्रभा सोनी, शिवा बाजपेयी, रुप नारायण देवांगन, भगवान दास सोनी, जुगल सराफ सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे ।