
बिलासपुर / छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से एक बार फिर बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोलती घटना सामने आई है। यहां के तखतपुर में हैरान करने वाला मामला देखने को मिला है. सरकारी अस्पताल में बिजली बंद होने पर मोबाइल के टॉर्च के सहारे डॉक्टर ने गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई गई. इतना ही नही डॉक्टरों ने टॉर्च की रोशनी में ही महिला को टाके भी लगाए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया (Social media) पर वायरल (Viral) हो रहा है। यह पूरा मामला तखतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है।
जानकारी के अनुसार, ग्राम बेलसरी निवासी ज्योति नाम की महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने डिलीवरी के लिए गांव से लाकर अस्पताल में भर्ती कराया। महिला की डिलीवरी करवाते समय बिजली अचानक बंद हो गई। आनन-फानन में नर्स भागते हुए आई और महिला के परिजनों को इमरजेंसी बताते हुए मोबाइल मांगा. इसके बाद मोबाइल के टॉर्च के सहारे डॉक्टर ने गर्भवती महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई।
बहुजन समाज पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष फिरोज दिवाकर ने पूरे घटना को अपने मोबाइल में कैद किया है और स्वास्थ्य विभाग की इस लचर व्यवस्था की कड़ी निंदा की है। वहीं, सामने आई इन तस्वीरों ने एक बार फिर प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोलकर रख दी है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं। तखतपुर स्वास्थ्य केंद्र की इस लापरवाही से लोगों में आक्रोश फैल गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना व्यवस्था की लापरवाही और बदहाली को दर्शाती है। वहीं लोग जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
बीएमओ ने दी सफाई
बीएमओ उमेश कुमार साहू ने बताया कि अस्पताल में थ्री-फेज कनेक्शन है, लेकिन उस समय केवल एक ही फेज काम कर रहा था। इलेक्ट्रीशियन की अनुपस्थिति के कारण बिजली फेज बदला नहीं जा सका। उन्होंने यह भी कहा कि सुबह से बिजली बंद रहने की बात गलत है, लगभग आधे घंटे बाद बिजली बहाल कर दी गई।
BMO ने यह भी बताया कि दिनभर बिजली गुल रहने के कारण इन्वर्टर ने काम करना बंद कर दिया था। इमरजेंसी स्थिति होने के कारण मजबूरी में मोबाइल टॉर्च का सहारा लेना पड़ा।