CHHATTISGARH NEWS : 102 महतारी एक्सप्रेस का घरेलू उपयोग करते पकड़ा गया ड्राइवर, सेवा से बर्खास्त

आपातकालीन वाहन में सीमेंट की बोरी ले जाते हुए वीडियो वायरल — स्वास्थ्य विभाग की सख्त कार्रवाई
रायपुर / मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से संचालित 102 महतारी एक्सप्रेस सेवा में गंभीर लापरवाही का मामला उजागर हुआ है। बलौदाबाजार जिले में तैनात चालक द्वारा सरकारी एंबुलेंस का घरेलू उपयोग किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चालक की सेवा समाप्त कर दी है।
क्या है मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 15 अक्टूबर 2025 को निलेश साहू, ड्राइवर (वाहन क्रमांक CG-07-4430), की ड्यूटी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल में लगी हुई थी। इसी दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों और मीडिया कर्मियों ने एंबुलेंस में सीमेंट की बोरी लादते हुए वीडियो बनाया, जो तेजी से वायरल हो गया।
जांच और विभागीय कार्रवाई
वीडियो सामने आने के बाद खंड चिकित्सा अधिकारी, कसडोल ने इस पर त्वरित संज्ञान लिया। उन्होंने इसे आपातकालीन सेवा में गंभीर लापरवाही मानते हुए ड्राइवर के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई हेतु प्रबंधक 102 महतारी एक्सप्रेस को पत्र भेजा। राज्य स्तर पर मामले की समीक्षा के बाद, राज्य कार्यालय प्रबंधक 102 सेवा ने निलेश साहू को सेवा से मुक्त करते हुए तत्काल बर्खास्तगी आदेश जारी कर दिया।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया — “102 महतारी एक्सप्रेस जैसी संवेदनशील सेवा का दुरुपयोग किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है।
जनता की जान से जुड़ी सेवाओं में अनुशासन सर्वोपरि है।”
🚑 सेवा का उद्देश्य
छत्तीसगढ़ सरकार की 102 महतारी एक्सप्रेस राज्य की माताओं और नवजात शिशुओं के लिए जीवनदायिनी सेवा है।
इस सेवा के तहत गर्भवती महिलाओं और प्रसव उपरांत माताओं को अस्पताल तक निःशुल्क पहुंचाने की व्यवस्था है।
ऐसे में एंबुलेंस का व्यक्तिगत या घरेलू उपयोग “लोक सेवा की भावना के साथ विश्वासघात” माना जा रहा है।
जनता में नाराज़गी
स्थानीय लोगों ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि “जो वाहन गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने के लिए बने हैं, उनका ऐसा उपयोग बेहद शर्मनाक है। सरकार को ऐसे मामलों पर और कड़ी निगरानी रखनी चाहिए।”
यह घटना प्रशासन के लिए चेतावनी है कि आपातकालीन सेवाओं की निगरानी और कर्मचारियों की जवाबदेही को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।
विभाग ने संकेत दिया है कि भविष्य में इस तरह की कोई भी लापरवाही सामने आने पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।