
“हर भारतीय नागरिक के लिए 26 नवंबर संविधान दिवस बेहद गर्व का दिन” – प्राचार्य डॉ. ए.पी. गोस्वामी
उमेश कुमार साहू, सक्ती / अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय महाविद्यालय, नगरदा (जिला सक्ती) में 26 नवंबर को संविधान दिवस बड़े ही गरिमामय ढंग से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए.पी. गोस्वामी एवं महाविद्यालय स्टाफ द्वारा डॉ. भीमराव अम्बेडकर के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर की गई।
इसके बाद प्राचार्य डॉ. गोस्वामी ने उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ को संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक शपथ पाठ कराया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा— “26 नवंबर का दिन केवल एक तारीख नहीं, बल्कि उस महान दस्तावेज की स्मृति है जिसने हमें स्वतंत्र, संप्रभु, लोकतांत्रिक और गणराज्य बनाया। हर भारतीय के लिए यह दिन अत्यंत गौरवशाली है।”
संविधान दिवस मनाने का महत्व बताया गया
कार्यक्रम में डॉ. अरविंद कुमार जगदेव ने बताया कि 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान अंगीकृत हुआ था, और यह दिन हमें डॉ. भीमराव अम्बेडकर के अद्वितीय योगदान, सामाजिक न्याय के सिद्धांतों और संवैधानिक मूल्यों की याद दिलाता है।
उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने संविधान के लगभग हर महत्वपूर्ण प्रावधान में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष योगदान दिया और प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन में अंतिम प्रारूप तैयार किया।
प्राचार्य डॉ. गोस्वामी ने आगे कहा— “संविधान सभा ने आज ही के दिन 1949 में वह ऐतिहासिक फैसला लिया जिसने भारत को नई पहचान दी। हम सबका कर्तव्य है कि संविधान के आदर्शों—न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व—को अपने जीवन में अपनाएँ।”
अधिकारों और कर्तव्यों पर जागरूकता का आह्वान
कार्यक्रम में डॉ. अमित कुमार तिवारी ने मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा— “राजनीतिक लोकतंत्र तभी सफल होगा जब हम सामाजिक लोकतंत्र को अपनाएँ। हम अधिकार तब ही सुरक्षित रख सकते हैं जब कर्तव्यों का पालन भी ईमानदारी से करें।”
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो. मुन्ना सिदार ने छात्रों को सलाह दी कि वे संविधान के अधिकारों एवं कर्तव्यों की जानकारी न केवल स्वयं रखें, बल्कि समाज में भी जागरूकता फैलाएँ।
संविधान क्विज प्रतियोगिता का आयोजन
कार्यक्रम में संविधान प्रश्न क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें लगभग 50 छात्रों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों ने संविधान की मूल भावना और ज्ञान को समझने के प्रति उत्साह दिखाया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे
कार्यक्रम में महाविद्यालय स्टाफ एवं अतिथि व्याख्याता—
प्रो. आशीष दुबे, डॉ. जीवन खूंटे, कुसमिला, संत राम पटेल, सुनीता कसेर, डॉ. लवली तिवारी गौराहा, बबीता मेरावी, मनोज राठौर, विवेक अग्रवाल, जुगल किशोर उरांव, दूजे राम चौहान, आनंदकुमार, रामावतार, जयप्रकाश—उपस्थित रहे।
एनएसएस स्वयंसेवक: नागेश्वर, गंगा प्रसाद, मुकेश, कुसुमलता, सीमा, खिलेश्वर, पंकज, नेहा, निकिता, अनुराग, वर्षा, भूमिका, लक्ष्मी, रुक्मणि, संध्या, प्रियंका, सूर्यवंशी, भारती, संजना, ललिता, किरण, सानिया, शालिनी, डॉली, हरनारायण, तुलसी, मनीष आदि शामिल रहे।





