CHHATTISGARH : छत्तीसगढ़ में नई भारतीय जनाधिकार पार्टी की घोषणा, शिवरीनारायण में कार्यक्रम आयोजित कर तय की गई रूपरेखा

जांजगीर-चांपा / धार्मिक नगरी शिवरीनारायण में सभी वंचित, शोषित, मजदूर, किसान, गरीब,महिलाओं और व्यापारियों के सशक्तिकरण एवं उनके अधिकारों को दिलाने के उद्देश्य से भारतीय जनाधिकार पार्टी (भाजपा) छत्तीसगढ़ स्थापना की घोषणा मां भारतीय छत्तीसगढ़ महतारी शबरी दाई जगन्नाथ स्वामी नर नारायण जी की विधिवत पूजा अर्चना कर की गई।
शिवरीनारायण में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस से अलग होकर दीपक दुबे, शिव सेना से अलग होकर ओंकार सिंह गहलोत, आम आदमी पार्टी से विन्ध्येश राठौर, लखन यादव, शांति यादव, प्रेम प्रकाश साहू, जीवन सिदार, हीरालाल साहू, अशफाक खान, धनंजय रात्रें सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम में दीपक दुबे ने कहा कि सभी वंचित, शोषित, मजदूर, किसान, गरीब एवं महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उनके अधिकारों को दिलाना ही एकमात्र लक्ष्य है। जातिगत जनगणना की रिपोर्ट जारी करवाने एवं आबादी के अनुपात में सभी वर्गों को सभी संसाधनों में हिस्सेदारी दिलाना पार्टी का मुख्य उद्देश्य होगा। पार्टी की स्थापना का मुख्य उद्देश्य शिक्षा स्वास्थ्य पेयजल रोजगार बिजली तंत्र को मजबूत बनाना जिससे सभी को एक समान अवसर मिल सके चाहे वह गरीब हो या मजदूर और किसान हो यहाँ तक किसी सम्पन्न घर का ही क्यों न हो सभी को एक समान आगे बढ़ने के समान अवसर मिले प्रदेश के केंद्रीय उद्योगों में क्षेत्रीय बेरोजगारों को रोजगार मिले भूविस्थापितों को उनका हक दिलाने बिजली, सीमेंट, स्टील, लोहा, एल्यूमीनियम के उत्पादन प्रदेश में होने के बाद भी प्रदेश में ही महंगी दामों पर बिकने के खिलाफ खनिज संपदाओं की लुट के विरोध में अपनी बात रखी।
ओंकार सिंह गहलोत ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं का ग्रामीण एवं छोटे शहरी क्षेत्रों में अच्छी सुविधा युक्त अस्पतालों का निर्माण कराना और योग्य एवं प्रशिक्षित डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। किसानों के सशक्तिकरण के लिए फसलों के लाभकारी मूल्य दिलाना, विभिन्न सहकारी संस्थाओं से बिचौलियों के बजाए सीधे आम किसानों को जोड़ना, महिलाओं की राजनीतिक हिस्सेदारी सम्मानजनक रूप से बढ़ाना ताकि महिलाएं स्वयं के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित कर सकें और अपने संवैधानिक अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए खुद नेतृत्व हाथ में लेकर सत्ता में हिस्सेदारी ले सकें।
विन्ध्येश राठौर ने कहा कि एक समान शिक्षा पद्धति लागू करवाना (एक पाठ्यक्रम हो, एक जैसी किताबें हो) और शिक्षा बजट राज्य में जीडीपी का कम से कम 6 से 7% तक बढ़ाना ताकि सभी शोषित वंचित एवं कमजोर तबकों के बच्चों एवं युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके जिससे युवाओं को सरकारी, निजी क्षेत्रों एवं अपने व्यवसाय के लिए सशक्त कर सके और बेरोजगारी में भी भारी कमी आ सके सभी प्राइवेट स्कूलों की शासकीय करण किया जाए।
कार्यक्रम को बसंत बारेठ, प्रेम प्रकाश साहू, ललित चौबे, धनंजय रात्रें सहित अन्य ने भी संबोधित कर अपने बात रखे इस मौके पर रथबाई, शकुंतला बाई, लक्ष्मी बाई, मंगली बाई, धनबाई, पूजा बाई सिदार, राजकुमार, जीवन सिंह, लखन यादव, देवेंद्र महंत, शैलेन्द्र यादव, अश्फाक कुरैशी, बसंत राठौर, प्रमेंद्र पाण्डेय, नारायण तिवारी, प्रशांत तिवारी, दुष्यंत चौबे, अजय केंवट, विक्रम केंवट, ललित चौबे सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भारतीय जनाधिकार पार्टी का अन्य उद्देश्य
पार्टी स्थापना के उद्देश्य जनसंख्या के अनुपात में सभी वर्गों को सभी संसाधनों में हिस्सेदारी दिलाना जिनमें शिक्षा, प्रशासन, आर्थिक, न्यायपालिका, मीडिया, विधायिका, निजी क्षेत्र एवं ठेकेदारी शामिल है। इन सभी विषयों को ध्यान में रखते हुए भारत जन अधिकार पार्टी की स्थापना करना है। छत्तीसगढ़ देश और दुनिया को बिजली, कोयला, स्टील, लोहा, एल्यूमीनियम, सीमेंट, रेत गिट्टी और वन संपदा देता है लेकिन छत्तीसगढ़ के लोगों को महंगे कीमत पर मिलता हैं। किसानों के सशक्तिकरण के लिए फसलों के लाभकारी मूल्य दिलाना, विभिन्न सहकारी संस्थाओं से बिचौलियों के बजाए सीधे आम किसानों को जोड़ना छग में सिर्फ आज धान की फसल हो रहा है। उसको अन्य फसल लेने के लिए कार्य योजना बनाने कृषि और उद्यान विभाग को मजबूत बनाना प्रमुख उद्देश्य है।