छत्तीसगढ़

CHHATTISGARH NEWS : नौकरी लगाने के नाम पर 1 करोड़ की ठगी, आरोपी दंपत्ति गिरफ्तार

बड़े अधिकारियो से परिचय होना बताकर लोगो को लेते थे अपने झांसे में

रायपुर / अलग-अलग विभागों में नौकरी लगाने के नाम पर आधा दर्जन लोगों से करीब एक करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने राजेंद्र नगर निवासी आरोपी दंपत्ति देवेन्द्र जोशी एवं झगीता जोशी को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी बड़े अधिकारियों से परिचय होना बताकर बेरोजगारों को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देते थे, फिर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र देकर बड़ी रकम ऐंठते थे. पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

प्रार्थिया अंजना गहिरवार ने ने 29 जनवरी 2025 को अंजना गहिरवार ने ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई कि माह फरवरी 2021 को यह अपने परिवार के साथ मौसा-मौसी देवेन्द्र जोशी एवं झगीता जोशी के घर आई थी. जहां बातचीत के दौरान इसके द्वारा नौकरी करने की इच्छा जाहिर की. तब देवेन्द्र जोशी ने बताया कि उसका बड़े अधिकारी से जान पहचान है जो सेटिंग कर सरकारी नौकरी लगाते है. शासन में बड़े अधिकारी है. उनके माध्यम से सेटिंग होता है. फिर कुछ दिन बाद प्रार्थिया के मौसाजी देवेन्द्र जोशी अपने मोबाईल वाट्सएप काल कर बताये कि अभी फूड इंस्पेक्टर का वैकेंसी निकला है. फार्म भर देना, इसमें 25,00,000/- रूपये लगेगा बताया. जिस पर प्रार्थिया द्वारा वर्ष 2022 में फूड इंस्पेक्टर का फार्म आनलाईन भरकर फुड इंस्पेक्टर का एक्जाम देने के बाद देवेन्द्र जोशी के द्वारा पुनः मोबाईल से वाट्सएप काल कर फुड इंस्पेक्टर में गारंटी के साथ भर्ती कराने का आश्वासन दिया। कुछ दिन बाद जब रिजल्ट आया तो प्रार्थिया का नंबर कम आया था जिसके बारे में देवेन्द्र जोशी को बताने पर उसके द्वारा कहा गया कि विशेष अनुशंसा में तुम्हारा करवा रहे है, तुम्हारा दूसरा रिजल्ट आयेगा. जिसके करीबन 15 दिन के बाद देवेन्द्र जोशी के द्वारा विशेष अनुशंसा वाला रिजल्ट प्रार्थिया को दिया जिसमें प्रार्थिया का नाम था.

कुछ दिन के बाद में देवेन्द्र जोशी के द्वारा सम्पूर्ण रकम की मांग किया गया. जिस पर प्रार्थिया द्वारा अलग अलग किश्तो में देवेन्द्र जोशी एवं उसके पत्नि को सम्पूर्ण रकम प्रदाय कर दी. जिसके बाद प्रार्थिया द्वारा ज्वाईनिंग के लिये बार बार पूछे जाने पर हो जायेगा बोलकर घुमाते रहता था, किन्तु जब फुड इंस्पेक्टर का आखिरी चयन सूची जारी होने पर प्रार्थिया द्वारा ऑनलाईन चेक की जिसमें इसका नाम नही था. कुछ दिनों बाद प्रार्थिया को जानकारी मिली कि देवेन्द्र जोशी के द्वारा गजेन्द्र लहरे, कुणाल देव, भुनेश्वर सोनवानी से भी 25-25 लाख रूपये लेकर नौकरी नही लगाकर धोखाधड़ी किया है। शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया।

नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ों रूपये की ठगी की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से लिया और थाना प्रभारी सिविल लाईन को आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन व थाना प्रभारी सिविल लाईन के नेतृत्व में थाना सिविल लाईन पुलिस की टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थिया सहित अन्य पीड़ितों से विस्तृत पूछताछ कर आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा प्रकरण में मुखबीर लगाने के साथ ही आरोपियों के छिपने के हर संभावित स्थानों में लगातार रेड कार्यवाही कर आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी. इसी दौरान टीम के सदस्यों को आरोपियों की उपस्थिति के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर प्रकरण में आरोपी देवेन्द्र जोशी एवं झगीता जोशी को पकड़कर पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा लोगों को अपने झांसे में लेकर नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ों रूपये ठगी करना स्वीकार किया गया. जिस पर आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही किया गया है। अन्य फरार आरोपियो की पता तलाश की जा रही है

गिरफ्तार दंपत्ति

देवेन्द्र कुमार जोशी और झगीता जोशी, पता बुढ़ी माई मंदिर के पीछे, डॉ. राजेन्द्र नगर, थाना सिविल लाईन रायपुर.

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