FAKE DEATH CASE EXPOSED : जिसकी हत्या के आरोप में जेल गया था पति, 6 साल बाद जिंदा मिली पत्नी!
ऐसे खुला राज…
नालंदा / बिहार के नालंदा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां पत्नी की हत्या के आरोप में पति को जेल भेज दिया गया था, लेकिन 6 साल बाद जब मामले की गहरी जांच की गई, तो यह खुलासा हुआ कि पत्नी जिंदा है और पहचान बदलकर रह रही थी। इस घटना ने न केवल हत्याकांड की कहानी को पलट दिया, बल्कि यह सवाल भी उठाया कि क्या यह सब किसी बड़े साजिश का हिस्सा था? आइए जानते हैं इस अजीब और चौंकाने वाले मामले की पूरी कहानी।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना नालंदा जिले के नगरनौसा थाना क्षेत्र से जुड़ी हुई है। यहां के एक युवक की शादी 2015 में पटना जिले के गौरीचक थाना क्षेत्र की एक युवती से हुई थी। लेकिन शादी के तीन साल बाद 2018 में महिला अचानक ससुराल से गायब हो गई। इस पर पति ने ससुराल में महिला के गायब होने की जानकारी दी, लेकिन उसके बाद महिला के परिवारवालों ने पति और उसके परिजनों पर दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए हिलसा कोर्ट में मामला दर्ज करा दिया।
पुलिस ने पति को भेजा जेल
महिला का कोई सुराग न मिलने पर पुलिस ने उसे मृत मानते हुए पति को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पति पर दहेज प्रताड़ना और हत्या का आरोप लगाया, और उसे जेल भेज दिया। पति 4 माह तक जेल में रहा, फिर जमानत पर बाहर आया। इस बीच, हिलसा के डीएसपी सुमित कुमार ने पुराने लंबित मामलों की जांच शुरू की और इस दौरान एक सनसनीखेज खुलासा हुआ।
19 दिसंबर 2024 को पुलिस ने महिला को पूर्णिया जिले के धमदाहा में जीवित पाया। वह न केवल जिंदा थी, बल्कि उसने पहचान बदल ली थी और कहीं और रह रही थी। महिला को हिरासत में लिया गया और उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसने यह स्वीकार किया कि वह अपनी मर्जी से किसी अन्य व्यक्ति के साथ चली गई थी और पूरी तरह से अपनी नई पहचान में जी रही थी।
जांच में और भी सवाल उठे
अब पुलिस यह जांच रही है कि महिला ने 6 साल तक अपनी पहचान क्यों छुपाई और वह किस कारण से गायब हुई। इसके अलावा, पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि महिला के परिवारवालों को इस बात की जानकारी थी या नहीं कि उनकी बेटी जिंदा है। क्या यह एक साजिश थी या फिर कुछ और? इस पर भी सवाल उठ रहे हैं।
पति को मिली राहत
2019 में आरोपी पति को जमानत मिल चुकी थी। जब मामला समाप्त करने के लिए वह कोर्ट में हाजिर हुआ, तो कोर्ट ने जांच को फिर से खोलने का आदेश दिया। जांच के दौरान यह पाया गया कि महिला जिंदा है और उसे पूर्णिया के धमदाहा से बरामद किया गया। महिला को पूछताछ के बाद अपने दूसरे पति के साथ रहने की अनुमति दे दी गई।
यह मामला न केवल एक साजिश का पर्दाफाश करता है, बल्कि यह भी सवाल उठाता है कि पुलिस और न्यायिक प्रक्रिया में कितनी गहराई से जांच की जानी चाहिए। अब इस पूरे मामले में और भी कई पहलुओं की जांच की जा रही है। वहीं, पति के लिए यह राहत का पल है, लेकिन महिला की अदृश्यता और फिर अचानक से जीवित पाई जाने की कहानी ने सबको हैरान कर दिया है। इस घटनाक्रम ने यह सवाल भी खड़ा किया है कि क्या महिला ने जानबूझकर खुद को मृत दिखाया और क्या यह सब किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था? इस सवाल का जवाब आने वाले समय में ही मिलेगा।