
उमराव जान से खूबसूरत तक—रेखा का जादू आज भी बरकरार
Bollywood : भारतीय सिनेमा में कुछ नाम ऐसे हैं, जिनकी चमक समय बीतने के बावजूद कम नहीं होती। अभिनेत्री रेखा ऐसा ही एक अनोखा सितारा हैं—राजसी व्यक्तित्व, दिलकश अंदाज़ और बेमिसाल अभिनय की वजह से आज भी हिंदी फिल्म उद्योग में उनका स्थान सर्वोच्च माना जाता है। चार दशक से अधिक के करियर में रेखा ने न सिर्फ अपनी खूबसूरती से, बल्कि मजबूत अभिनय से भी खुद को अनोखी पहचान दिलाई है।

प्रारंभिक जीवन और फिल्मी सफर की शुरुआत
रेखा का जन्म 10 अक्टूबर 1954 को चेन्नई में हुआ। उनके पिता प्रसिद्ध तेलुगु अभिनेता जेमिनी गणेशन, और माता अभिनेत्री पुष्पावल्ली थीं। अभिनय रेखा को विरासत में मिला, लेकिन उनका बचपन बेहद संघर्षपूर्ण रहा।
रेखा ने महज 13 साल की उम्र में तेलुगु फिल्म से अभिनय की शुरुआत की। हिंदी सिनेमा में उनका पहला प्रमुख कदम 1969 में फिल्म सावन भादों से माना जाता है, जिसने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया।
अभिनय शैली जिसने बॉलीवुड को बदल दिया
1980 और 90 का दशक रेखा के करियर का स्वर्णिम काल माना जाता है। उन्होंने विविध किरदारों को इतनी सहजता से निभाया कि वे अपने समय की सबसे बहुमुखी अभिनेत्री बन गईं।

कुछ यादगार फिल्में
- उमराव जान (1981) – इस फिल्म में उनका अदाकारी का शिखर देखा गया। “दिल चीज़ क्या है…” आज भी उनके नाम से जुड़ी पहचान है।
- खूबसूरत (1980) – एक चुलबुली, बिंदास लड़की का किरदार, जिसने रेखा को घर-घर तक पहुंचाया।
- सिलसिला (1981) – यश चोपड़ा की यह फिल्म रेखा के करियर और निजी जीवन, दोनों में चर्चा का केंद्र रही।
- इजाज़त, घर, मुकद्दर का सिकंदर, कसमे वादे, खून भरी मांग, बीवी हो तो ऐसी जैसी फिल्मों ने भी उन्हें शीर्ष पर पहुंचाया।
पुरस्कार और सम्मान
रेखा को देश-विदेश में अनगिनत सम्मान मिले हैं। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (उमराव जान के लिए), फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री/सहायक अभिनेत्री पुरस्कार, 2010 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, 2012 में पद्मश्री, भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान ये सम्मान उनकी प्रतिभा और कड़ी मेहनत की गवाही देते हैं।
निजी जीवन: रहस्य और गरिमा
रेखा का निजी जीवन हमेशा रहस्य से भरा रहा है। वह सार्वजनिक मंच पर बेहद नियंत्रित, शालीन और कम बोलने वाली हस्ती मानी जाती हैं। उनका नाम कई दिग्गज अभिनेताओं के साथ जुड़ा, खासकर अमिताभ बच्चन के साथ। इसके बावजूद रेखा ने हमेशा अपने काम और गरिमा को प्राथमिकता दी, और निजी जीवन पर कम ही बोलती हैं।

2012 में उन्हें राज्यसभा सांसद के रूप में मनोनीत किया गया था। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में सज्जनता और विनम्रता की मिसाल कायम की।
स्टाइल आइकन रेखा
रेखा केवल अभिनेत्री नहीं, बल्कि फैशन आइकन भी हैं। उनकी कांजीवरम साड़ियों की पहचान पूरे देश में मशहूर है। गहरी सिंदूर, खूबसूरत गहने, और रॉयल अंदाज़ उन्हें भारतीय क्लासिकल ब्यूटी का प्रतीक बनाते हैं। आज भी उनके रेड कार्पेट लुक्स सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनते हैं। रेखा ने अपने संघर्ष, मेहनत और अनगिनत उत्कृष्ट किरदारों से भारतीय सिनेमा को नया रूप दिया। वे सिर्फ एक अभिनेत्री नहीं, बल्कि एक संस्था, एक भावना, और अदाकारी का अनूठा अध्याय हैं।
रेखा का फिल्मी सफर प्रेरणादायक है। एक साधारण बचपन से शुरू होकर उन्होंने वो मुकाम हासिल किया, जहां पहुंचना किसी के लिए आसान नहीं। उनके व्यक्तित्व में शालीनता, कला में गहराई और अदाकारी में जुनून—ये तीनों मिलकर उन्हें बॉलीवुड की सदाबहार और अद्वितीय अभिनेत्री बनाते हैं।


