JANJGIR CHAMPA : पर्यावरण संरक्षण मंडल को नींद से जगाने ग्रामीणों ने बजाया नगाड़ा, जिले के जैविक कृषि ग्राम बहेराडीह में अनोखे तरीके से मना विश्व पर्यावरण दिवस
Chhattisgarh
जांजगीर-चांपा / फैक्ट्री के प्रदूषण से परेशान जिले के जैविक कृषि ग्राम बहेराडीह के ग्रामीणों ने केंद्रीय श्रमिक संगठन के जिलाध्यक्ष चूड़ामणि राठौर के नेतृत्व में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण मंडल को कुम्भकर्णीय नींद से जगाने के लिए गांव के चौराहे पर जोर शोर से नगाड़ा बजाया। इस आंदोलन के समर्थन में 13 गांव के ग्रामीणों के अलावा समाजसेवी संस्था, जनप्रतिनिधि, युवा मंडल, महिला मंडल की महिलाएं बड़ी संख्या में आगे आई। पर्यावरण संरक्षण मंडल को नींद से जगाने के लिए ग्रामीणों ने न सिर्फ जोर शोर से नगाड़ा बजाया। बल्कि स्थानीय प्रशासन के विरोध में नारे बाजी भी किया गया।
केंद्रीय श्रमिक संगठन के जिलाध्यक्ष चूड़ामणि राठौर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह मामला जनहित से जुड़ा हुआ मामला है। फैक्ट्री के प्रदूषण से बहेराडीह गांव समेत सिवनी, अमलडीहा के कई ग्रामीण मजदूरों की मौत प्रदूषण जनित रोगों से हो चुकी है। जिसे देखते हुए प्रशासन ने एक बार फैक्ट्री को सील कर दिया गया था लेकिन माहभर के बाद पुनः फैक्ट्री चालू कर दिया गया। जिससे परेशान ग्रामीणों ने पर्यावरण संरक्षण मंडल से कई बार शिकायत किया। मगर फैक्ट्री के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं किया गया। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कमिश्नर, कलेक्टर से किया गया।
उसके बाद भी कार्यवाही नहीं होने और पर्यावरण संरक्षण मंडल को नींद से जगाने के लिए आज बुधवार 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नगाड़ा बजाया। उन्होंने आगे कहा कि इस आंदोलन के बाद यदि पर्यावरण विभाग नींद से नहीं जागा। तो कलेक्टर परिसर में आमरण अनशन पर बैठने और सामुहिक आत्मदाह करने के लिए विवश होना पड़ेगा। वहीं स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर किया जाएगा।
कार्यक्रम को गांव के उपसरपंच चन्दा सरवन कश्यप, पूर्व जिला पंचायत सदस्य जयभवानी देवांगन, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि राजेन्द्र राठौर, कमरीद गांव के पूर्व सरपंच तिहारु राम यादव,वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव आदि के संबोधित किया। इस अवसर पर समाजसेवी डॉ सुरेश कुमार देवांगन,केंद्रीय रेशम बोर्ड, तसर अनुसंधान वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार के सलाहकार रामाधार देवांगन,मनमोहन देवांगन, रामाधीन राठौर, सुखरीकला गांव के सरपंच खेलन कुमार, मितानिन रामबाई यादव, साधना यादव, पुष्पा यादव, तिहार सिंह, सुशीला करियारे, लच्छमीन बरेठ, नेतराम यादव,राजश्री दुबे, पर्यावरण विद कपिल श्रीवास, महेश मन्नेवार, व बालपुर, सिवनी, कोसमन्दा, कमरीद, जाटा, सुखरीकला,अमलडीहा, नावापारा, सिधरामपुर, सुखरीखुर्द, चाम्पा समेत 13 गांव के ग्रामीण, जनप्रतिनिधि,महिला मंडल, युवा मंडल, सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
महिलाओं ने भी बजाई नगाड़ा
पर्यावरण संरक्षण मंडल को नींद से जगाने और फैक्ट्री के विरोध में आसपास गांव की महिलाओं और महिला जनप्रतिनिधियों ने जोर शोर से नारेबाजी करते हुए नगाड़ा बजाया। जनहित के इस मुद्दा में ग्रामीणों के समर्थन में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में उतर आए हैं।