पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी हत्याकांड के दोनों शूटर एनकाउंटर में ढेर

Journalist Murder Case
सीतापुर / उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के महोली क्षेत्र निवासी पत्रकार राघवेन्द्र हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे दो इनामी बदमाशों को एसटीएफ और सीतापुर पुलिस की संयुक्त टीम गुरुवार सुबह तड़के मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। पुलिस को मौके से अवैध असलहा बरामद हुए हैं।
सीतापुर जिले के पिसावा थाना क्षेत्र के दुल्लापुर तिराहे के पास गुरूवार सुबह तड़के फरार चल रहे दो इनामी बदमाशों से STF और पुलिस संयुक्त टीम से मुठभेड़ हुई। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों कुख्यात बदमाश वहीं ढेर हो गए। पुलिस ने उन्हें अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
सीतापुर एसपी अंकुर अग्रवाल के मुताबिक मुठभेड़ में मारे गए में दोनों बदमाशों की पहचान राजू तिवारी उर्फ रिजवान पुत्र कृष्ण गोपाल उर्फ करीम खान निवासी अटवा थाना मिश्रिख व संजय तिवारी उर्फ शिबू उर्फ शकील ख़ान पुत्र कृष्ण गोपाल उर्फ करीम खान निवासी अटवा थाना मिश्रिख सीतापुर के रूप में हुई है।
एसपी ने बताया कि गुरुवार सुबह तड़के सूचना मिली कि राघवेन्द्र हत्याकांड में फरार चल रहे दोनों इनामी बदमाश किसी बड़ी घटना करने के लिए क्षेत्र में मंडरा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस सूचना पर STF के सहयोग से पुलिस टीम क्षेत्र में नाकेबंदी कर चेकिंग शुरू की। पुलिस चेकिंग कर रही थी कि इसी दौरान बाइक पर सवार दो संदिग्ध युवक दिखाई दिए। बताया जा रहा है कि पुलिस उन्हें रूकने का इशारा किया लेकिन वह पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग झोंकनी शुरू कर दी।
एसटीएफ और पुलिस अपना बचाव करते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू की तो दोनों बदमाश गोली लगने से ढेर हो गए। कि बीते आठ मार्च 2025 को सीतापुर जिले के महोली निवासी पत्रकार राघवेन्द्र वाजपेई की असलहों से लैस बदमाशों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। राघवेंद्र ने पुजारी को मंदिर परिसर में किसी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। पुजारी को डर था कि राघवेंद्र यह बात बाहर न बता दे, इसलिए दोनों शूटरों को 4 लाख रुपए की सुपारी देकर पत्रकार की हत्या करवा दी थी। पुलिस इस केस में अब तक मुख्य साजिशकर्ता पुजारी शिवानंद बाबा समेत तीन आरोपियों को जेल भेज चुकी है। जबकि मुकदमे में नामजद राजू तिवारी व संजय तिवारी फरार हो गए थे। पुलिस अफसरों ने दोनों कुख्यात अपराधियों की धर-पकड़ के लिए एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।
इस एनकाउंटर के बाद पत्रकार के परिजनों ने भी पुलिस और प्रशासन का धन्यवाद किया. इस खबर के बाद जिले में यह चर्चा जोर-शोर से है कि देर से ही सही, लेकिन पत्रकार की हत्या के गुनहगारों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया गया।