JANJGIR CHAMPA CRIME NEWS : पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी, एक नाबालिग सहित चार आरोपी गिरफ्तार, पढ़ें वारदात की पूरी कहानी..
Chhattisgarh
जांजगीर-चांपा / कार ड्राइवर के अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। थाना सारागांव क्षेत्र के लखुर्री गांव में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था। पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपियों ने लूट की नीयत से ड्राइवर की हत्या की थी। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में नाबालिग भी शामिल है।
दरअसल, ये पूरा मामला जांजगीर-चांपा जिले के सारागांव थाना क्षेत्र का है। जहां ड्राइवर रमाकांत तिवारी का शव 14 अप्रैल को पुलिस ने बरामद किया था जांच के दौरान पता चला कि लूट की नीयत से पहले ड्राइवर से मारपीट किया गया। फिर उसके सीने पर पत्थर से वार कर उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद आरोपियों ने शव को फेक दिया था। 14 अप्रैल को पुलिस ने सारागांव क्षेत्रांर्तगत ग्राम लखुर्री नहर किनारे पड़े शव को बरामद किया। शव मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की जांच के दौरान सूचक छत्रपाल डिडोंरे गवाह अश्वनी कुमार जायसवाल और मृतक की मां ने बताया कि रमाकांत तिवारी ड्रायवर था। वह इंकेश डिडॉरे बिलासपुर का कार चलाता था। 13 अप्रैल को रंजित उर्फ विवेक पुरी गोश्वामी ग्राम कोटमीसोनार से अमरकंटक जाने के लिए कार बुकिंग कराया था। ड्राइवर रमाकांत तिवारी कार डिजायर कमांक सीजी 04 सीपी 1378 को लेकर रात्रि करीबन 09.10 बजे ग्राम कोटमीसोनार लेकर पहुंचा था।
जिसके बाद दिनांक 14 अप्रैल को सुबह रमाकांत तिवारी का मोबाईल नंबर नही लगा सुबह करीबन 10.00 बजे पता चला कि कार ग्राम पचरी बरबसपुर के पास खड़ी है। सूचना पर जाकर देखा तो कार पचरी बरबसपुर के पास खड़ी थी। जिसमे ड्राइवर रमाकांत तिवारी नही था और कार खून से सना हुआ था। जिसकी सूचना थाना अकलतरा को दिया तब पता चला कि ड्राइवर रमाकांत तिवारी की लाश ग्राम लखुर्री में नहर के किनारे पड़ा है। सूचना मिलने पर जाकर देखा तो रमाकांत तिवारी का शव पड़ा था। जिसके शरीर पर चोंट के निशान थे। मृतक रमाकांत के शव को कब्जे में लेकर पीएम कराया गया। शार्ट पीएम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण गला दबाकर होने पर थाना सारागांव में अपराध कमांक 86/24 धारा 302,201 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया ।
हत्या जैसे प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जांजगीर-चांपा एसपी विवेक शुक्ला के निर्देशन में तत्काल आरोपियों की पतासाजी के लिए टीम गठित किया गाया। एएसपी राजेन्द्र कुमार जायसवाल तथा एसडीओपी चाम्पा के मार्ग दर्शन में सायबर टीम द्वारा तकनीकी सहायता से आरोपी (01) राहूल श्रीवास (02) सोम प्रभात उर्फ सोम (03) विवेक पुरी गोस्वामी को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ किया। आरोपियों ने बताया कि राहुल श्रीवास के आधार कार्ड से एक जिओ का सिम खरीदे फिर प्लान बनाये कि बिलासपुर के ट्रेवलस से कार बुक कर अमरकंटक की ओर लेकर जाते है। और कार को लूटकर बेचकर पैसा कमायेगें ड्रायवर को भी निपटा देगें।
जिसके बाद करीबन 09.30 बजे रात्रि को बिलासपुर के कार ट्रेबलस वाले को फोन किया उसमें से एक, दो ट्रेबलस वाले एडवांस पैसा डालने के बाद गाड़ी भेजने की बात बोले इसलिए उनसे बात नहीं जमी उसके बाद फिर प्रिंस ट्रेबलस बिलासुपर वाले से बात हुई और मैं अपने आप को रंजीत बताकर ट्रेबलस वाले से राहुल श्रीवास के नाम पर खरीदे नए सिम नंबर से बात किया और गाड़ी को कोटमीसोनार गाँव बुलाया। रात्रि लगभग 10.30 बजे सफेद रंग का स्वीप्ट डिजायर कमांक सीजी 04 पीसी 1378 को ड्रायवर रमाकांत तिवारी लेकर आया। जिसमें तीनो लोग गाँव कोटमीसोनार से बैठकर अमरकंटक के लिए निकले कार को ड्रायवर रमाकांत तिवारी चला रहा था।
ड्रायवर सीट के बगल में राहुल श्रीवास बैठा था विवेक और सोम प्रभात साहु पीछे के सीठ में बैठे थे। जयराम नगर होते हुए बिलासपुर गये और सीपत चौक के पेट्रोल पम्प में पेट्रोल भराये अपना पहचान छिपाने के लिए अपना एक केशरिया रंग का गमछा को ओढें थे। पेट्रोल भराने के बाद सभी अमरकंटक के लिए निकल गये। रास्ते में एक ढाबा में रोककर तीनों गुपचुप तरिके से ड्रायवर को मारने का प्लान बनाये और रात को करीब 02.00 बजे गौरेला, पेड्रा रोड के आगे खाने पिने के लिए ड्रायवर को गाड़ी रोड किनारे रोकने को बोले जैसे ही गाड़ी रुकी विवेक ड्रायवर रमाकांत तिवारी के दोनो पैर को पकड़ा सोम प्रभात साहु ड्रायवर के हाथ को सीट के पीछे पकड़कर रखा था और राहुल श्रीवास अपने कोहनी से ड्रायवर रमाकांत के गला को सामने से जोर से दबा रहा था।
जिससे ड्रायवर रमाकांत घायल हो गया फिर उसे कार से बाहर निकालकर रोड किनारे ले जाकर सभी हाथ मुक्का और लात से मारे जिसके बाद राहुल श्रीवास वही पर पड़े पत्थर को उठाकर ड्रायवर रमाकांत के सिने में मारा। जिससे ड्रायवर रमाकांत तिवारी की मौत हो गई। फिर शव को कार के पीछे सीट में लेटा दिये, विवेक कार को चला रहा था। रमाकांत तिवारी के शव को लेकर वापस आते समय अपने पुराने परचित नाबालिग दोस्त को फोन कर शव को छुपाने के लिए गढ्ढा खोदने के लिए बोला और रमाकांत तिवारी के शव को लेकर सुबह करीब 06.30 बजे पंडरीपाली पहुँचे, जहां नाबालिग लड़का गढ्ढा खोद लिया था। लेकिन उजाला होने की वजह से वहां शव को छुपा नहीं पाए तब फावड़ा और गैती लेकर सभी लोग शव छुपाने के लिए नाबालिग को अपने साथ गाड़ी में बैठाकर मिरौनी हसौद की ओर जा रहे थे। वहां पुलिस का चेक पोस्ट लगा था। जिसे देखकर वहां से वापस बिर्रा की तरफ भागे रास्ते में नाबालिग लड़के को गाड़ी से उतार दिया।
फिर तीनों बम्हनीडीह, सारागॉव के बीच सड़क से कुछ दूर नहर के किनारे ड्रायवर रमाकांत तिवारी की लाश को फेक दिये और कार को लेकर भाग रहे थे। ग्राम पचरी के आसपास पहुँचे तो लोगो का चहल-पहल बढ़ने के कारण डर कर कार को वही छोड़कर आरोपी राहुल श्रीवास गाँव लिटिया की ओर भाग गया। वही आरोपी सोम प्रभात उर्फ सोम, और विवेक पुरी गोस्वामी कापन रेलवे स्टेशन से रायगढ़ तरफ भाग गयें। सभी आरोपियों को सायबर टीम द्वारा अलग-अलग स्थानों से हिरासत में लिया गया।
जिनसे घटना के संबंध में पूछताछ कर मेमोरंडम के आधार पर आरोपीयों के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन व पत्थर घटनास्थल से खुन आलुदा मिट्टी सादी मिट्टी डिजायर कार आरोपीयों के पहने हुए कपड़े जप्त कर किया गया। प्रकरण में आरोपीयों के द्वारा अपना जुर्म कबुल करने पर प्रकरण में धारा 34, 397 भादवि जीडी गई।
विवेचना के दौरान आरोपी (01) राहूल श्रीवास उम्र 20 साल निवासी लटिया वार्ड नं. 14 थाना अकलतरा (02) सोम प्रभात उर्फ सोम उम्र 19 साल निवासी तरौद वार्ड नं 09 थाना अकलतरा (03) विवेक पुरी गोस्वामी उम्र 20 साल निवासी तरौद वार्ड नं. 20 अकलतरा के विरूद्व अपराध सबुत पायें जाने पर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। साथ ही प्रकरण में शामिल एक नाबालिग बालक को किशोर न्यायालय जांजगीर में पेश किया जावेगा प्रकरण की विवेचना जारी है।