SITAPUR MURDER CASE : सीतापुर हत्याकांड का खुलासा, बड़ा भाई ही निकला 6 लोगों का हत्यारा
Crime
Sitapur Murder Case : सीतापुर के पल्हापुर गांव में एक ही परिवार के छह लोगों की हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड को मृतक के भाई और सहायक टीचर अजीत सिंह ने ही अंजाम दिया था। वे ही इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड निकले। इन लोगों ने मां सावित्री देवी, बेटा अनुराग सिंह, उसकी पत्नी प्रियंका सिंह और उनके 3 बच्चे आष्वी, आरना और अद्विक की हत्या करके पुलिस को गुमराह करने के लिए मनगढ़ंत कहानी सुनाई थी। इस घटना की जांच पुलिस की STF टीम को सौंपी गई थी। जिन्होंने 11 मई को हुई इस खौफनाक वारदात का अब पर्दाफाश कर दिया है।
रामपुर मथुरा इलाके के पल्हापुर गांव में 11 मई को हुई हत्याकांड मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक के भाई ने ही परिवार के 6 लोगों की हत्या की थी। पुलिस के पहुंचने पर अजीत ने बताया था कि नशे की लत की वजह से भाई अनुराग ने पत्नी प्रियंका सहित तीन बच्चों और मां की हत्या कर खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। पूरे परिवार की हत्याकांड में पहले तो पुलिस ने पूरे मामले में मृतक को ही दोषी बताया था। जब पल्हापुर गांव में इस घटना की सूचना एसएचओ (CHO) को मिली तो उन्होंने गांव पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया, खुद ही अजीत से पूछताछ की और अजीत के बयानों को सच मानकर एसपी चक्रेश मिश्र को ब्रीफ कर दिया। उन्होंने अजीत के बयानों को सही मान कर मृतक अनुराग को मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया। वही पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद इस हत्या का खुलासा हुआ और एसपी को अपना किया ट्वीट भी हटाना पड़ा।
दरअसल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने जो खुलासे किए हैं वो होश उड़ा देने वाला है। पीएम रिपोर्ट कहती है कि छठे शख्स ने अपने ही सिर पर एक के बाद एक दो गोली मारी और गोली मारने से पहले खुद को उसने हथौड़े से सिर पर भी मारा। बस फिर क्या था इस रिपोर्ट ने पूरा का पूरा केस ही पलटकर रख दिया।
पुलिस के मुताबिक प्रॉपर्टी विवाद में अजीत सिंह ने शनिवार को तड़के सुबह अनुराग सिंह (45) की गोली मारकर कर हत्या कर दी और सावित्री सिंह (62) व प्रियंका सिंह (40) को हथौड़ी से मारकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसने निर्ममता से तीन मासूम बच्चों अस्वी (12), अर्ना (8) व पुत्र आद्विक (4) को छत से नीचे फेंक दिया। हत्या के बाद उसने पुलिस से बचने के लिए उसने खून लगे कपड़ो को धोया और उन्हें छुपा दिया।
पुलिस अधीक्षक ने पहले पूरे मामले को खुदकुशी बताया लेकिन पीएम रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। आईजी (IG) लखनऊ द्वारा मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की इसके बाद पूछताछ में सच सामने आया। पुलिस द्वारा सख्ती से की गयी पूछताछ के बाद उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। इसके बाद से ही अनुराग के बड़े भाई अजीत और उसकी पत्नी, ताऊ आरपी सिंह के साथ दो नौकरों को हिरासत में लिया है। पुलिस टीम ने मौके पर से एक असलहा, वहीं खून से सना एक हथौड़ा भी बरामद किया है।
सूत्रों के अनुसार अजीत ने इस हत्या की साजिश काफी पहले ही रच ली थी और मौके कि तलाश में था। बच्चों के स्कूल कि छुट्टी होने के बाद प्रियंका व अनुराग के बच्चों के गांव आने की बात जब बड़े भाई को पता चली तो उसने इस साजिश को अंजाम देने की बात ठान ली और उसने अपने ताऊ, पत्नी और दो नौकरों संग मिलकर इस हत्याकांड को शुक्रवार देर रात करीब 3 बजे अंजाम दे डाला।
सूत्रों की मानें तो, पुलिस पूछताछ में अजीत टूट गया और बताया कि पिता का लोन चुकाने को लेकर अनुराग से अक्सर उसका झगडा होता था। अनुराग प्रॉपर्टी बेचकर यह लोन नहीं चुकाना चाहता था। जबकि, अजीत प्रॉपर्टी बेच कर ही पिता के लोन को एक ही बार में चुकता करना चाहता था। बस इसी मुद्दे पर अजीत ने अपने भाई और उसके पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया। इस कलयुगी बेटे ने अपनी बुजुर्ग मां तक को नहीं बख्शा। फिलहाल मामले पर पुलिस की तफ्तीश जारी है।