MOST WANTED KISSU TIWARI ARRESTED : हुलिया बदलकर रामलला के दर्शन करने पहुंचा 22 मर्डर केस का मोस्ट वांटेड किस्सू तिवारी गिरफ्तार
Madhyapradesh
कटनी / मध्य प्रदेश के कटनी जिले के 22 मर्डर केस का मोस्ट वांटेड कुख्यात अपराधी किशोर तिवारी उर्फ किस्सू को अयोध्या में रामलला के दर्शन के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। जमानत मिलने के बाद ये आरोपी फरार चल रहा था। मध्य प्रदेश पुलिस ने इस कुख्यात अपराधी पर 55 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था।
हत्या और हत्या के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं में न्यायालय से फरार घोषित मोस्ट वांटेड बदमाश किशोर उर्फ किस्सू तिवारी को पुलिस ने उत्तरप्रदेश के अयोध्या से गिरफ्तार किया है। कटनी पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने प्रेस वार्ता कर खुलासा किया है। किस्सू तिवारी पर कटनी सहित जबलपुर पुलिस ने 55 हजार का इनाम घोषित किया था। पुलिस लंबे समय से किस्सू तिवारी की तलाश कर रही थी लेकिन वो पुलिस को चकमा दे रहा था। कटनी जबलपुर और इंदौर में इसके विरुद्ध अपराध दर्ज हैं। कटनी में कोतवाली थाना अंतर्गत हत्या के एक मामले में स्थाई वारंट माननीय न्यायालय द्वारा जारी किया गया है। जबलपुर कोतवाली में भी 302 के मामले में यह वांछित अपराधी है और वारंट जारी है। इसकी सुनवाई उच्च न्यायालय जबलपुर में चल रही है। हाईकोर्ट ने हार्डकोर क्रिमिनल किस्सू तिवारी को गिरफ्तार करने के लिए 48 घंटो का समय दिया था।
हाईकोर्ट की सख्ती के बाद 55 हजार के इनामी आरोपी किस्सू तिवारी को कटनी पुलिस ने अयोध्या से गिरफ्तार किया है।
कटनी एसपी अभिजीत रंजन ने बताया कि किशोर उर्फ किस्सू तिवारी कटनी सहित जबलपुर पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड था। जो कई सालो से फरार चल रहा था उस पर 55 हजार का इनाम घोषित था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें बनाई गई थी, जिन्होंने देश के विभिन्न जगहों पर दबिश दी थी। मुखबिर की सूचना पर अयोध्या से किस्सू तिवारी को गिरफ्तार किया गया है। किस्सू अपने परिवार के साथ रामलाल के दर्शन करने अयोध्या पहुंचा था। यह एक कुख्यात अपराधी रहा है और इसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता है।
अलग-अलग स्थानों पर इसने फरारी काटी है।
फरारी के दौरान यह जयपुर हरिद्वार हिमाचल उत्तराखंड इत्यादि जगह में रहा है। कटनी पुलिस के द्वारा 10 हजार इनाम की घोषणा की गई थी जिसे आई जी (IG) ने बढ़ाकर 30 हजार रूपए कर दिया गया था और जबलपुर पुलिस के द्वारा 25 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की गई थी, कुल मिलाकर इस पर 55 हजार रुपए का इनाम घोषित था। इसका अपराधिक रिकार्ड दशकों पुराना है। इसने सबसे पहला अपराध वर्ष 1979 में किया था। यह पहले 1992 में फरार हुआ था जिसे 2015 में गिरफ्तार किया गया। कुछ समय जेल में रहने के बाद यह फिर फरार हो गया था। इसको लंबे समय फरारी काटने का अनुभव है। साधु महात्मा जैसा इसने अपना हुलिया रखा है और बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी है।
गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने जबलपुर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह के खिलाफ अपराधिक अवमानना की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट क्रिमिनल किस्सू तिवारी को गिरफ्तार करने के लिए 48 घंटो का समय दिया था। हाईकोर्ट ने अवमानना याचिका पर 22 मई को सुनवाई निर्धारित की थी। हाईकोर्ट की एकलपीठ ने सुनवाई के दौरान पाया था कि कटनी निवासी हार्डकोर क्रिमिनल किस्सू तिवारी के खिलाफ कटनी तथा जबलपुर में हत्या के चार प्रकरण सहित अन्य आपराधिक प्रकरण दर्ज है। जबलपुर जिला न्यायालय ने उसके खिलाफ मार्च अप्रैल 2022 में गैर मियादी वारंट जारी किया था। पुलिस फरार हार्डकोर क्रिमनल को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। उसकी गिरफतारी के संबंध में पुलिस अधीक्षक की तरफ से पेष किये गये हलफनामा को एकलपीठ ने न्यायालय को गुमराह करने वाला बताते हुए उनके खिलाफ आपराधिक अवमानना की कार्यवाही करने अनुशंसा की थी। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि विजय कुमार मलिमथ की अध्यक्षता वाली युगलपीठ ने आपराधिक अवमानना की सुनवाई करते हुए किस्सू तिवारी को 48 घंटों में गिरफ्तार करने के निर्देष जारी किये थे। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद जबलपुर तथा कटनी पुलिस ने उसकी गिरफतारी के लिए अलग-अलग टीम गठित की थी।
इस अपराधी को पकड़ने के लिए मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश पुलिस ने अयोध्या में संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया और उसे अयोध्या में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस लंबे वक़्त से अपराधी की तलाश कर रही थी किन्तु वह पुलिस को चकमा दे रहा था। किशोर तिवारी की गिरफ्तारी के लिए एक दिन पहले ही सोमवार को जबलपुर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह और कटनी पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने दोनों जिलों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली थी। दूसरे दिन मंगलवार को किस्सू तिवारी के उत्तरप्रदेश के अयोध्या से गिरफ्तार कर लिया गया।