Raja Raghuwanshi Murder Case : शादी, हनीमून और फिर हत्या…दिल दहला देगी राजा रघुवंशी की मर्डर मिस्ट्री

पति की हत्या और धोखे की कहानी, एक पति जिसे शायद अंदाजा भी नहीं था कि उसकी सबसे करीबी इंसान की आंखों में मोहब्बत नहीं साजिश पल रही थी. इंदौर का चर्चित नाम राजा रघुवंशी एक दिल दहला देने वाली मर्डर मिस्ट्री का हिस्सा बन चुका है. शिलांग की खूबसूरत पहाड़ियों में जो कुछ हुआ वो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगता. लेकिन अफसोस कि ये हकीकत है और बेहद खौफनाक भी।
Raja Raghuwanshi Murder Case : इन दिनों देश में राजा रघुवंशी हत्याकांड चर्चा का विषय बनी हुई है। राजा की हत्या उसकी पत्नी सोनम ने रची थी। इस हत्याकांड में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, कई सनसनीखेज खुलासे होते जा रहे हैं। प्रेमी राज कुशवाहा की बांहों में जीने के लिए पति को रास्ते से हटाने के लिए सोनम ने दिल दहला देने वाला प्लान तैयार किया. सोनम ने हत्या के लिए सिर्फ एक नहीं बल्कि दो प्लान तैयार किए थे। पहला प्लान था हत्यारों से राजा को मरवाना। और अगर ये फेल हो जाता तो सेल्फी लेने के बहाने राजा को खाई में धक्का देने का इरादा था। हत्याकांड की मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी कड़ी सुरक्षा में यूपी के गाजीपुर से शिलांग लौट चुकी है। बुधवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। इस बीच हत्याकांड की जांच कर रही मेघालय पुलिस ने वारदात के दिन की पूरी टाइमलाइन साझा की है।
पुलिस के अनुसार, सुबह 5:30 बजे शिप्रा होटल से राजा रघुवंशी, सोनम और तीनों किलर (अज्ञात व्यक्ति) ने चेक आउट किया। सुबह 6:00 बजे सोनम और राजा ने चढ़ाई शुरू की। सोनम रास्ते में रुकी और किलर्स से बातचीत की, जिसमें राजा को भी शामिल किया। सुबह 7:00 बजे सोनम और राजा एक दुकान पर चाय पीने रुके, किलर भी आसपास थे। सुबह 10 बजे सोनम और राजा ने 2000 सीढ़ियां चढ़ीं। एक टूरिस्ट गाइड ने उन्हें तीन लड़कों ( किलर) के साथ देखा, जिसका बयान पुलिस ने दर्ज किया।
दोपहर 12 बजे राजा की किलर्स से दोस्ती हुई। सोनम पीछे चलने लगी, जबकि राजा और किलर आगे थे। दोपहर 12:30 बजे सोनम ने अपनी सास को फोन किया, चढ़ाई और थकान का जिक्र किया। दोपहर 1 से डेढ के बीच सोनम ने इशारा किया, और विशाल ( किलर) ने पहला वार किया। दोपहर 02:15 बजे सोनम ने राजा के फोन से एक पोस्ट किया, जिसमें दुख का जिक्र था, और फोन को खाई में फेंक दिया। दोपहर 2:30 बजे राजा की हत्या के बाद उसे खाई में फेंक दिया गया। योजना ऐसी थी कि कोई शक न करे और सारे सबूत खत्म हो जाएं।
इस पूरे हत्याकांड के घटनाक्रम पर नजर डाले तो पता चलता है कि 23 मई को राजा रघुवंशी की हत्या हुई। 24 मई को राजा की पत्नी सोनम फरार हुई। 25 मई को इंदौर में राज कुशवाहा से मुलाकात की, फिर 9 जून उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में सोनम ने सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने से पहले उसने अपने भाई से बात की। इस दौरान वह फूट-फूटकर रोने लगी। पुलिस को सूचना मिलने पर उसे गाजीपुर के एक ढाबे से हिरासत में लिया गया। 10 जून कोर्ट में पेशी हुई। जहां तीन दिन का ट्रांजिट रिमांड मंजूर किया गया। 11 जून को पटना होते हुए सोनम को शिलांग लाया गया। इस बीच सोनम से लगातार पूछताछ जारी है।
कबूली हत्या की बात, सामने आया पूरा प्लान
गिरफ्तार चारों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उन्होंने बताया कि राजा की हत्या कुल्हाड़ी से हमला कर की गई। फिर उसकी लाश को शिलांग की एक खाई में फेंक दिया गया ताकि कोई सबूत न बचे। इंदौर क्राइम ब्रांच ने भी इस कबूलनामे की पुष्टि कर दी है।