
रायपुर / राजधानी रायपुर के कुख्यात सूदखोर और हिस्ट्रीशीटर तोमर बंधुओं पर अब कानून का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। कोर्ट ने पुलिस द्वारा दाखिल कुर्की की याचिका स्वीकार कर ली है और रायपुर कलेक्टर को उनकी चार संपत्तियों को जब्त करने का आदेश भेज दिया है।
तोमर बंधु पिछले दो महीने से फरार चल रहे हैं। पुलिस ने लगातार दबिश दी लेकिन आरोपी गिरफ्त से बाहर रहे। आखिरकार पुलिस ने कोर्ट में उद्घोषणा की प्रक्रिया शुरू की। उद्घोषणा की अंतिम तारीख कोर्ट ने वीरेंद्र और रोहित तोमर को 18 अगस्त तक पेश होने का आदेश दिया था। अगर आरोपी पेश नहीं होते तो उनकी संपत्तियों पर कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
पुलिस ने दोनों भाइयों पर पांच-पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। वहीं, सूदखोरी के मामलों में उनकी पत्नियां पहले ही जेल की हवा खा रही हैं। पुलिस का कहना है कि तोमर बंधु लंबे समय से सूदखोरी का धंधा कर रहे थे और दर्जनों आपराधिक प्रकरण उनके खिलाफ दर्ज हैं। तोमर बंधुओं पर आरोप है कि वे गरीब और जरूरतमंदों को महंगे ब्याज दरों पर पैसे उधार देकर उनसे जबरन वसूली करते थे। कई मामलों में पीड़ितों ने खुलकर पुलिस से शिकायत की थी। आरोपियों के घर पर छापेमारी के दौरान पुलिस को अवैध हथियार भी मिले थे। जांच में यह भी सामने आया कि भाटागांव क्षेत्र में बने उनके आलीशान मकान के कई हिस्से अवैध हैं।
रायपुर नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए उनके ऑफिस पर बुलडोजर चलाया था। इतना ही नहीं, उनके मकान की छत पर बनाया गया स्वीमिंग पूल भी पूरी तरह अवैध पाया गया है। निगम ने साफ किया है कि इस पर भी कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, जिस नाम पर यह आलीशान मकान है, उसने नगर निगम की कार्रवाई के खिलाफ हाई कोर्ट में अर्जी दायर की है। लेकिन कोर्ट से राहत मिलेगी या नहीं, यह देखना अभी बाकी है।
फिलहाल इतना तय है कि रायपुर के कुख्यात सूदखोर तोमर बंधु अब पुलिस और प्रशासन की सख्ती से बच नहीं पाएंगे। अगर वे आज कोर्ट में पेश नहीं हुए तो उनकी करोड़ों की संपत्ति कुर्क हो जाएगी और उनकी हुकूमत का अध्याय हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा।