पामगढ़ विधायक और रेत माफिया के बीच पैसों की डील का कथित ऑडियो वायरल, विधायक ने कहा बदनाम करने की साजिश

जांजगीर-चांम्पा / छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांम्पा जिले के पामगढ़ विधानसभा क्षेत्र की कांग्रेस विधायक शेषराज हरबंश का एक कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें रेत खनन से जुड़े एक व्यक्ति के साथ कथित रूप से मासिक रिश्वत की डील करते हुए सुना जा सकता है। ऑडियो के वायरल होते ही छत्तीसगढ़ की राजनीति में हड़कंप मच गया है। वहीं विधायक ने अपने ऊपर आरोपों को खारिज करते हुए वायरल ऑडियो को AI जनरेट बताया है।
वायरल ऑडियो में विधायक और ‘रोशन’ नामक व्यक्ति के बीच बातचीत सुनाई दे रही है। बातचीत में कथित रूप से रेत खनन के काम के बदले कलेक्टर को ₹2 लाख, SDM को ₹2 लाख, विधायक को ₹5 लाख और राघवेंद्र नाम के व्यक्ति को ₹1 लाख मासिक भुगतान की बात कही जा रही है। इस प्रकार, कुल ₹10 लाख रुपये प्रतिमाह देने की चर्चा की गई है।
ऑडियो में विधायक को यह कहते सुना जा सकता है –
“काम करना है तो सबको सेट करना होगा। दो-दो लाख कलेक्टर और SDM को, पांच लाख मुझे और एक लाख राघवेंद्र को देने होंगे। तभी काम होगा।” हालांकि इस ऑडियो की प्रामाणिकता की अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
गुरुवार को विधायक शेष राज हरबंस ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया कि वीडियो एडिट कर उन्हें बदनाम किया जा रहा है। प्रेस वार्ता में विधायक ने स्पष्ट कहा- “जो ऑडियो वायरल हुआ है, वह मेरी आवाज़ बिल्कुल नहीं है। इसे एडिट कर वायरल किया गया है। मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। करीब एक माह पहले ही मुझे सूचना मिली थी कि ऐसा एक ऑडियो तैयार किया जा रहा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि यह कथित ऑडियो राजेश भारद्वाज द्वारा तैयार किया गया है।
वायरल ऑडियो को लेकर विधायक हरबंस ने कहा है कि जब उन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर शिकायत की, तो यह आडियो को वायरल किया गया है। जबकि ये ऑडियो दिसंबर का 2024 का है। उनका कहना है कि क्षेत्र के लोग और कुछ कांग्रेस पार्टी के नेता ही बदनाम करना चाहते हैं। एक सवाल राघवेन्द्र कौन है ? जवाब में विधायक कहतीं हैं कि AI के माध्यम से बनाने वाला ही बता पाएगा की राघवेन्द्र कौन है।
राजनीति गरमाई, विपक्ष हमलावर
ऑडियो वायरल होते ही भाजपा और अन्य विपक्षी दलों ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलना शुरू कर दिया है।