
शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई
सक्ती / राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने सक्ती जिले में स्वच्छता सामग्री खरीदी में अनियमितताओं की पुष्टि होने के बाद बड़ी कार्रवाई की है। उच्चस्तरीय जांच में गंभीर गड़बड़ियां सामने आने के बाद डभरा, जैजैपुर और मालखरौदा विकासखण्ड के तीन विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
जांच में खरीद प्रक्रिया में भारी अनियमितताएँ उजागर
संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर द्वारा शिक्षा विभाग को भेजे गए जांच प्रतिवेदन में पाया गया कि स्वच्छता सामग्री की खरीदी में न तो भंडार क्रय नियमों का पालन किया गया और न ही क्रय आदेश की आवश्यक शर्तों को पूरा किया गया। जांच में यह भी सामने आया कि बिना गुणवत्ता परीक्षण और भौतिक सत्यापन के ही निम्नस्तरीय एवं घटिया सामग्री की खरीद कर ली गई।
इन अधिकारियों पर हुई कार्रवाई
जांच में दोषी पाए गए तीनो अधिकारियों श्याम लाल वारे, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, डभरा, व्ही.के. सिदार, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, जैजैपुर, टी.एस. जगत, तत्कालीन विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, मालखरौदा तीनों पर शासन ने अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही, अनुशासनहीनता और वित्तीय नियमों की अनदेखी का आरोप तय किया है। मामले को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के नियम 3 का सीधा उल्लंघन और गंभीर कदाचार माना गया है।

राज्य शासन ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम, 1966 के नियम 9(1)(क) के तहत निलंबन आदेश जारी किया है। निलंबन अवधि के दौरान तीनों अधिकारियों का मुख्यालय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, सक्ती निर्धारित किया गया है। साथ ही, उन्हें नियम अनुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा।
जिला शिक्षा विभाग में हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद जिले के शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, जांच टीम जल्द ही अन्य संबंधित दस्तावेजों और प्रक्रियाओं की भी समीक्षा करेगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह अनियमितताएँ किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा तो नहीं।





