BILASPUR NEWS : पेड़ पर लटकी मिली प्रधान आरक्षक की लाश, जांच में जुटी पुलिस
Chhattisgarh
बिलासपुर / छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां सरकंडा थाने में पदस्थ पुलिस के प्रधान आरक्षक की फांसी के फंदे पर लाश लटकी मिलने से सनसनी फैल गई है। मृतक प्रधान आरक्षक खाना खाने के बाद घर से टहलने निकला था, जो वापस घर नहीं लौटा पुलिस उनकी तलाश करती रही आधी रात को उनका शव घर के पीछे नीम पेड़ पर झूलता मिला। मृतक ने कोई सुसाइड नोट नही छोड़ा है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम कराया है। बताया जा रहा है। कि वे अफसरों की डांट फटकार से परेशान थे। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, मोपका निवासी लखन मेश्राम (53) सरकंडा थाने में प्रधान आरक्षक के पद पर कार्यरत थे। थाने में उसे मालखाने की जिम्मेदारी दी गई थी। बताया जा रहा है कि वे किसी बात को लेकर परेशान थे। ड्यूटी से लौटने के बाद रात 11 बजे खाना खाकर टहलने की बात कहते हुए घर से निकले। रात 1 बजे तक उनके घर नहीं लौटने पर परिजनों की चिंता बढ़ गई। परिजनों ने घटना की सूचना सरकंडा थाने को दी। पुलिस की टीम उनकी तलाश में जुटी। रात करीब तीन बजे प्रधान आरक्षक लखन मेश्राम का शव घर के पीछे नीम पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटका मिला। प्रधान आरक्षक के आत्महत्या की वजह का अब तक खुलासा नहीं हो सका है, पुलिस मामले के जांच में जुटी है।
बेटा बोला- थाने के काम के चलते परेशान थे पापा
हेड कॉन्स्टेबल लखन मेश्राम के बेटे कृष्णकांत मेश्राम ने बताया कि पापा को कोई घरेलू टेंशन नहीं था। वे एकदम सहज और शांत स्वभाव के थे, लेकिन थाने के काम के चलते हमेशा परेशान रहते थे। थाने से उन्हें बार-बार कॉल आता था, जिससे परेशान होकर उन्हें जाना पड़ता था।
अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप
बताया जाता है कि प्रधान आरक्षक लखन मेश्राम सरकंडा थाने में मालखाना की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इंटरनेट मीडिया पर आरोप लगाया जा रहा है कि थाने में पदस्थ अधिकारी उन पर मालखाने में जप्त सामान को न्यायालय में पेश करने का दबाव बना रहे थे। गुरुवार की शाम इसी बात को लेकर अधिकारी ने प्रधान आरक्षक को फटकार लगाई थी। इस पर उन्होंने कम समय में मालखाने से सामान निकालकर न्यायालय में पेश कर पाने में असमर्थता जताई थी।