CHHATTISGARH NEWS : फांसी के फंदे पर लटकी मिली मां-बेटे की लाश, जांच में जुटी पुलिस
Chhattisgarh
बलरामपुर / छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां पचावल गांव में मां-बेटे का फांसी पर झूलता शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों ने दोनों का शव देखा तो उन्हें फंदे से उतारा। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। मृतिका की मां ससुरालवालों पर हत्या करने का आरोप लगाया है। घटना सनावल थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के मुताबिक, पचावल में गांव के बाहर जंगल में सोमवार को महुआ बीनने गए ग्रामीणों ने एक महुआ के पेड़ पर महिला और नाबालिग बच्चे का शव फांसी पर झूलता देखा। इसकी सूचना ग्रामीणों को दी गई। शवों की पहचान पचावल निवासी लक्ष्मी यादव (33) एवं उसके बेटे आशीष यादव (14) के रूप में की गई।
पूछताछ में परिजनों ने बताया कि मृतक महिला लक्ष्मी यादव 29 अप्रैल को इलाज कराने के नाम से घर से निकली थी। वहीं उसका बेटा आशीष यादव 27 अप्रैल को अपने मामा के साथ गया था। दोनों वापस नहीं लौटे थे। परिजनों के अनुसार लक्ष्मी का मोबाइल खराब हो गया था और उससे संपर्क नहीं हुआ था।
पुलिस जांच में पता चला है कि लक्ष्मी यादव पति हृदय नारायण यादव की दूसरी पत्नी थी। हृदय नारायण यादव की पहली पत्नी से दो बच्चे थे, जिनमें छोटे बेटे ने पिछले वर्ष फांसी लगा ली थी। बड़े बेटे का विवाह एक माह पूर्व हुआ है। फांसी पर झूलता मिला आकाश, लक्ष्मी यादव का बड़ा बेटा था। उसका छोटा बेटा 10 वर्ष का है, जो अपने नाना-नानी के पास था।
मृतिका महिला लक्ष्मी यादव की मां मानमति यादव का कहना है कि उसकी बेटी और दामाद का पहले से विवाद चल रहा था। दामाद उसके चरित्र पर शक करता था। दामाद ने फोन कर कहा था कि वह उसकी हत्या कर देगा। मानमति ने कहा कि दोनों की हत्या कर शव को फांसी के फंदे पर लटकाया गया है।
मानमति ने कहा कि लक्ष्मी आत्महत्या जरूर कर सकती है, लेकिन बच्चे को फांसी के फंदे पर नहीं लटका सकती। निश्चित तौर पर लक्ष्मी की हत्या की गई है। साक्ष्य छिपाने के लिए लड़के की भी हत्या कर दोनों के शवों को लटका दिया गया है।
मामले में सनावलथाना प्रभारी अजय साहू ने कहा कि पुलिस मामले में जांच कर रही है। दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद पता चल सकेगा कि उनकी मौत की वास्तविक वजह क्या है? पुलिस सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है।