CHHATTISGARH NEWS : आरक्षक को कुचलने वाले गौ तस्कर सहित पांच आरोपी गिरफ्तार
Chhattisgarh
राजनांदगांव / बागनदी में आरक्षक शिवचरण मंडावी को कुचलने वाले पशु तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित तस्करी से जुड़े कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं जिले में मौजूद आरोपियों के नेटवर्क से जुड़े लोगों को खंगाला जा रहा है।
घटना के बाद पुलिस ने अलग-अलग थानों की कुल 10 टीमें बनाई थी। जो लगातार 18 घंटे तक छापेमारी के लिए विशेष अभियान चलाती रही। इसके बाद आरोपियों तक पहुंचने में सफलता मिली है। आरक्षक को ठोकर मारने वाले अयूर थोटे और उसके साथ गाड़ी में मौजूद रहे विशाल गायधने को भंडारा जिले के लखनी इलाके से पकड़ा गया।
जिस मालवाहक क्रमांक एमएच 36 एए 3634 से आरक्षक को कुुुचला गया था, जिसे मवेशियों के साथ आरोपियों ने महाराष्ट्र के मुढ़ीपार में छिपा दिया था, जिसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। वहीं गाड़ी के मालिक कृष्णा गोटे, तस्करों से मवेशी खरीदने वाले रोशन सोलेकर को लखनी से और मवेशी उपलब्ध कराने वाले माधव सिरमौर को केसीजी जिले से गिरफ्तार किया गया है। मामले में संलिप्त दो आरोपी मयूर और डोंगरगढ़ के निवासी मनीष अम्बादे की तलाश की जा रही है।
200 सीसी कैमरों की फुटेज खंगालती पहुंची पुलिस एएसपी राहुल देव शर्मा ने बताया कि घटना के बाद तत्काल टीमें रवाना की गई। इसी दौरान एक CCTV फुटेज में गाड़ी का नंबर स्पष्ट हुआ। इसके बाद नंबर के आधार पर पुलिस टीम गाड़ी मालिक कृष्णा गोटे तक पहुंची। जिसने तस्करी के लिए अपनी गाड़ी अयूर थोटे और विशाल गायधने को जानकारी दी।
इसके बाद टीम ने लखनी इलाके में भी साइबर सेल की मदद से दोनों की लोकेशन तलाशनी शुरू की। इस दौरान पुलिस ने बागनदी से नागपुर तक करीब 200 कैमरों की फुटेज खंगाली। तब जाकर आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिली।
भागने के लिए तस्कर ने जवान को मारी थी ठोकर आरोपी मयूर थोटे ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह मवेशी लेकर महाराष्ट्र जा रहा था। लेकिन इसके पहले ही पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी उनके पीछे पड़ गई थी। वह तेजी से वाहन भाग रहा था, इसी बीच बागनदी में पुलिस का पाइंट देखा। सामने आरक्षक शिवचरण मंडावी उन्हें रोकने का प्रयास कर रहा था, लेकिन भाग निकलने के लिए उसने आरक्षक को ठोकर मार दी। आरक्षक को ठोकर मारने के बाद वह तेजी से बार्डर पार कर अपने सुरक्षित एरिया में पहुंच गया, पहले गाड़ी छिपाई फिर खुद भी छिप गया। गाड़ी में 5 मवेशी मौजूद थे।
एएसपी राहुल देव शर्मा ने बताया कि मवेशी तस्करी रोकने के लिए जिलेभर में अभियान शुरू कर दिया गया है। सभी थानेदारों को पूरी गंभीरता और सतर्कता के साथ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। खास बात यह है कि अब पुलिस तस्करी में अहम भूमिका निभाने वालों तक भी पहुंचने वाली है।
ग्रामीण स्तर पर जो लोग कट्टीपार के लिए तस्करों को मवेशी बेचते हैं, उनकी भी पहचान की जाएगी। ताकि ऐसे लोगों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा मवेशी तस्करी को रोकने के लिए कार्य करने वाले संगठनों की मदद भी पुलिस द्वारा ली जाएगी।