
जांजगीर-चांपा में संगठन सृजन अभियान से मची हलचल, बड़े नेताओं की उड़ी नींद
जांजगीर-चांपा / कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी की नई सोच के तहत संगठन को जमीनी स्तर से मजबूत करने की कवायद शुरू हो चुकी है। संगठन सृजन कार्यक्रम के माध्यम से अब जिला कांग्रेस अध्यक्ष का चयन कार्यकर्ताओं की राय के आधार पर किया जाएगा।
इसी सिलसिले में दिल्ली से भेजे गए पर्यवेक्षक विवेक बंसल जिले के विभिन्न ब्लॉकों में बैठकों का दौर चला रहे हैं। इन बैठकों में वे कार्यकर्ताओं से खुलकर राय मांग रहे हैं कि वे किसे जिला कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष देखना चाहते हैं।
पर्यवेक्षक ने कहा — “कार्यकर्ता बिना किसी डर या दबाव के अपनी राय दें, उनके नाम गोपनीय रखे जाएंगे।” इसके बावजूद कई कार्यकर्ता आशंकित हैं कि क्या सच में यह प्रक्रिया निष्पक्ष होगी या फिर पुराने ढर्रे के अनुसार बड़े नेताओं के दबाव में ही अध्यक्ष का चयन होगा।
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जांजगीर-चांपा जिले से अब तक 18 से 20 आवेदन जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पद के लिए प्राप्त हो चुके हैं। इनमें पूर्व विधायक, पूर्व जिला अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस सचिव सहित कई जमीनी नेता शामिल हैं, जिन्होंने छात्र राजनीति से ही पार्टी की विचारधारा को आगे बढ़ाया है।
कांग्रेस संगठन के इस नए प्रयोग से प्रदेश स्तर के वरिष्ठ नेताओं में भी हलचल मची हुई है। राहुल गांधी की यह पहल कांग्रेस में नई लोकतांत्रिक परंपरा स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि पर्यवेक्षक की निष्पक्ष रायशुमारी और कार्यकर्ताओं की पसंद से किस चेहरे पर कांग्रेस का जिला अध्यक्ष बनने का ताज सजेगा। क्या इस मंथन से कांग्रेस संगठन को मिलेगा “अमृत कलश”?