CRIME NEWS : आदिवासी महिला से गैंगरेप, अर्धनग्न हालत में डेढ़ किमी तक भागकर बचाई जान, 2 आरोपी गिरफ्तार
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उज्जैन / मध्यप्रदेश के उज्जैन से गैंगरेप का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। काम की तलाश में डिंडोरी जिले से आई आदिवासी महिला के साथ दो आरोपियों ने बारी-बारी से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने मामले में लोगों से पूछताछ और सीसीटीवी खंगालने के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि दुष्कर्म के बाद महिला अर्धनग्न अवस्था मे डेढ़ किलोमीटर तक भागी है। यह पूरा मामला पंसवा थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक, घटना बुधवार देर रात की है। डिंडौरी जिले की रहने वाली 20 वर्षीय महिला अपने पति के साथ काम की तलाश में इंदौर में पहुंची थी। यहां महिला का मोबाइल गुम हो गया। इसके बाद दोनों बुधवार शाम करीब 6 बजे ट्रेन से उज्जैन पहुंचे। उज्जैन पहुंचने पर दोनों ने कुछ लोगों से काम मांगा। जिसके बाद वे इंदिरा नगर चौराहे पर पहुंच गए। इस दौरान पति-पत्नी को रवि नाम का युवक शाम करीब 5 बजे काम दिलवाने के नाम पर मोटरसाइकिल से गांव ताजपुर के खेत मे बने कमरे में लेकर पहुंचा और महिला को मकान में रहने और साफ-साफई करने को बोलकर पति को किराने का सामान दिलाने के बहाने ले गया। इस दौरान वहां इमरान नाम का आरोपी पहुंचा और महिला के साथ बलात्कार किया। इसके बाद मोटर साइकिल से गया युवक रवि लौट आया और उसने भी महिला के साथ दुष्कर्म किया।
बताया जा रहा है कि आरोपियों के चुंगल से किसी तरह महिला अर्धन हालत में वहां से भागी और डेढ़ किलोमीटर तक भाग कर अपनी जान बचाई। तभी उसे कुछ लोग खेत पर काम करते हुए दिखे थे जिनके माध्यम से पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस महिला के पास पहुंची। महिला ने पुलिस को आपबीती सुनाई। पुलिस ने मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए रात में ही टीम बनाई और रास्ते भर लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक किए साथ ही जो लोग घर चले गए थे। उनमें से 19 लोगों को बुलाकर उनसे पूछताछ की गई।
पुलिस को सीसीटीवी कैमरे चेक करते समय 2 संदिग्ध लोगों को चिन्हित कर उनकी तलाश में पुलिस टीम लगाई गई और उन्हें गिरफ्तार किया गया। इस दौरान दोनों आरोपी भागते समय घायल हो गए जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। महिला डिंडोरी की आदिवासी अंचल से जुड़ी है। इसलिए उसकी भाषा को समझने में थोड़ी परेशानी हुई। चिमनगंज थाने से बिल्लोरी के रहने वाले एक SI ने उनकी भाषा को समझा और ट्रांसलेट किया।