JANJGIR CHAMPA : जिला अस्पताल जांजगीर में हुआ खून की दुर्लभ एवं जानलेवा बीमारी, “ऑटोइम्यून हीमिलायटिक एनेमिया” का निदान एवं सफल इलाज
Chhattisgarh
जांजगीर-चांपा / जिला अस्पताल, जांजगीर में खून की दुर्लभ एवं जानलेवा बीमारी, “ऑटोइम्यून हीमिलायटिक एनेमिया” का निदान एवं सफल इलाज हुआ।
दिनांक 01/07/2024 को जांजगीर के जिला अस्पताल में 17 वर्षीय लड़की बिंदिया गोस्वामी गंभीर अवस्था मे आई थी। पैर में बहुत ज्यादा सूजन, जीभ खून की कमी से सफेद और आंखे पीली हो गई थी। हीमोग्लोबिन मात्र 2 gm/dl था। सही समय पर, सही जांच कर अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. शाहबाज खांडा (एम. डी मेडीसीन) ने बीमारी का कारण एक खून की दुर्लभ बीमारी, “ऑटोइम्यून हीमिलायटिक एनेमिया” होने का पता किया। बीमारी का सही निदान और सही इलाज से लड़की को इस जानलेवा बीमारी से बचाया गया। और आज 8/7/24 को मरीज़ को स्वस्त रूप में डिस्चार्ज किया गया।
ऑटोइम्यून हीमोलिटिक एनीमिया, प्रतिरक्षा प्रणाली की खराबी द्वारा वर्गीकृत विकारों का एक समूह है, जिसके कारण शरीर में अपने आप ऐसी एंटीबॉडीज़ बनने लगती हैं, जो लाल रक्त कोशिकाओं को शरीर के बाहर का पदार्थ समझ कर उन पर हमला करने लगती हैं।