
भीलवाड़ा / राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान हैं। जहां आसींद थाना क्षेत्र के सरेरी गांव में एक पिता ने अपनी जीवित बेटी की शोक पत्रिका छपवाई और शोक सभा भी रख दी। इस शोक सभा मे गांव, समाज के लोग भी शामिल हुए। दरअसल भैरू लाल जोशी ने अपनी पुत्री पूजा को समाज को कलंकित करने की ये सजा दी और जिंदा रहते हुए उसे मृत घोषित कर दिया, ताकि समाज मे एक संदेश जाए।
जानकारी के मुताबिक, पिता भैरू लाल जोशी ने अपनी बेटी पूजा की शादी गांव के ही रहने वाले संजय तिवाड़ी से तीन महीने पहले करवायी थी। इस शादी में करीब 10 से 15 लाख रुपए खर्च हुए थे. शादी के कुछ ही दिनों बाद पूजा अपने पति संजय तिवाड़ी के ही एक रिश्तेदार सूरज तिवाड़ी के साथ प्रेम प्रसंग में पड़ गई और अपनी शादीशुदा जिंदगी को खत्म कर सूरज के साथ घर से भाग गई और उससे लव मैरिज कर ली। इसके बाद जब पूजा को पुलिस थाने लेकर आई तो उसने अपने पिता के खिलाफ ही बयान दे दिया। इससे आहत होकर पिता भैरू लाल जोशी ने कहा कि आज से पूजा उनके लिए मर गई। बेटी के दिए दर्द से आहत पिता ने जीवित बेटी को पूरे गांव में मृत बताया और उसके नाम की शोक पत्रिका छपवाई। इसके साथ घर के बाहर भी उसके श्राद्ध कर्म के लिए 12 दिनों की बैठक का आयोजन किया।
पिता ने शोक पत्रिका में छपवाया की अत्यंत दुख के साथ सूचित किया जाता है कि जोशीलाल भैरू की सुपुत्री पूजा बाई का विवाह संजय तिवाड़ी सुपुत्र भंवर जी तिवाड़ी के साथ दिनांक 25 अप्रैल 2025 को हुआ है, जो कि विवाह पश्चात 29 जुलाई 2025 को चली गई। इसलिए वह हमारे परिवार के लिए स्वर्गवास हो गई, जिसका द्वादश दिनांक 10 अगस्त रविवार को रखा गया है।