
शिक्षा की गुणवत्ता पर सख्ती, कम परिणाम वाले स्कूलों की होगी नियमित निगरानी
जांजगीर-चांपा / जिले के कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक लेकर विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए कड़े निर्देश दिए। बैठक में कक्षा 5वीं, 8वीं, 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणामों का विश्लेषण करते हुए कमजोर प्रदर्शन वाले विद्यालयों की नियमित निगरानी करने को कहा गया।
कलेक्टर ने शिक्षकों के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश देते हुए कहा कि विषय ज्ञान और शैक्षणिक कौशल को बढ़ाना आवश्यक है। उन्होंने स्मार्ट क्लास, प्रयोगशालाओं और शैक्षणिक संसाधनों के प्रभावी उपयोग पर भी जोर दिया।
मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता पर सख्ती बरतते हुए उन्होंने कहा कि भोजन परोसने से पहले शिक्षक, अभिभावक या समिति द्वारा उसकी जांच अनिवार्य रूप से की जाए। विद्यालय परिसरों की स्वच्छता, मरम्मत, अतिक्रमण हटाने और बिजली की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देश जारी किए गए।
कलेक्टर ने सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों, खेलकूद, और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर विशेष बल दिया। दिव्यांग और कमजोर विद्यार्थियों को विशेष सहायता और प्रोत्साहन देने की बात भी कही गई। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी शैक्षणिक गतिविधियों को शिक्षा विभाग के पोर्टल पर समय-समय पर अपलोड किया जाए।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे, जिला शिक्षा अधिकारी अश्वनी भारद्वाज, डीएमसी आर. के. तिवारी सहित विभिन्न बीईओ और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।