JANJGIR CHAMPA NEWS : शातिर महाठग पंचराम निषाद गिरफ्तार — 250 से अधिक CCTV खंगालकर सायबर टीम ने किया बड़ा खुलासा

250 CCTV फुटेज खंगालकर पुलिस ने पकड़ा शातिर महाठग — पंचराम निषाद ने पांच जिलों में की ठगी और चोरी, सायबर टीम को मिली बड़ी सफलता
जांजगीर-चांपा / जांजगीर-चांपा पुलिस की सायबर टीम ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जिसने अपनी चालाकी और पहचान छिपाने की कला से पुलिस को लंबे समय तक चकमा दिया था। आरोपी पंचराम निषाद उर्फ पंचू (37 वर्ष) ने जिले सहित दुर्ग, बलौदा बाजार, धमतरी और बालोद जिलों में भी ठगी और चोरी की दर्जनों घटनाएं की हैं।
पुलिस ने आरोपी के पास से सोना-चांदी के जेवर, मोबाइल और सफेद स्कूटी सहित ₹5,19,930 की संपत्ति बरामद की है। यह कार्रवाई सायबर टीम की तकनीकी दक्षता और सतर्कता का बड़ा उदाहरण बनी है।
तकनीकी विश्लेषण और मुखबिर सूचना से टूटा ठग का जाल
पुलिस ने 250 से अधिक सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया, तब जाकर आरोपी की पहचान हो पाई। आरोपी हर वारदात के बाद ठिकाना बदल देता था और सिर पर टोपी, गमछा लपेटकर, बिना नंबर की बाइक से अपराध को अंजाम देता था।
सायबर प्रभारी निरीक्षक सागर पाठक के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। इस टीम में थाना नवागढ़, बिर्रा एवं सरहदी जिलों के पुलिस अधिकारी और जवान शामिल थे, जिन्होंने लगातार प्रयास करते हुए आरोपी को सरायपाली जिला महासमुंद से गिरफ्तार किया।
कम कीमत में छड़-सीमेंट देने का लालच देकर करता था ठगी
आरोपी पंचराम निषाद लोगों को सस्ते में छड़, सीमेंट, ईंट दिलाने का झांसा देता था। जब घर का मुखिया बाहर होता था, तब वह घर में मौजूद सदस्य को झांसे में लेकर सोना-चांदी के जेवर और नकदी चोरी कर फरार हो जाता था। कभी-कभी वह खुद को रिश्तेदार या ठेकेदार का परिचित बताकर घर में घुसता और मनोवैज्ञानिक तरीके से भरोसा जीतकर वारदात को अंजाम देता था।
धमतरी जेल से भी फरार हो चुका है आरोपी
पंचराम निषाद पहले भी चोरी और ठगी के कई मामलों में गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है। वर्ष 2024 में धमतरी जेल में बंदी रहते हुए इलाज के बहाने अस्पताल ले जाए जाने पर आरोपी हथकड़ी खोलकर फरार हो गया था। तब से वह विभिन्न जिलों में पहचान छिपाकर वारदातें कर रहा था।
कई जिलों में दर्ज प्रकरण
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी के खिलाफ 17 से अधिक आपराधिक प्रकरण विभिन्न जिलों — जांजगीर-चांपा, धमतरी, दुर्ग, बालोद, बलौदा बाजार — में दर्ज हैं।
हर जिले में उसने लगभग एक जैसी ठगी की शैली अपनाई — कम दाम में सामान दिलाने का झांसा देकर जेवर और नकदी हड़पना।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की सराहनीय भूमिका
पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडे (IPS) के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप और नगर पुलिस अधीक्षक योगिता खापर्डे के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई पूरी की गई।
इस टीम में शामिल – सायबर प्रभारी निरीक्षक सागर पाठक, थाना प्रभारी अशोक वैष्णव (नवागढ़), जय साहू (बिर्रा) तथा सायबर स्टाफ विवेक कुमार सिंह, मनोज तिग्गा, गिरीश कश्यप, प्रदीप दुबे, शाहबाज अहमद, माखन साहू, श्रीकांत सिंह आदि की भूमिका उल्लेखनीय रही।
पुलिस अधीक्षक ने पूरी टीम की सराहना करते हुए पुरस्कार देने की घोषणा की है।





