
रायपुर / छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से फर्जीवाड़े का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एसीबी और ईओडब्ल्यू का फर्जी अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करने वाले हसन आबिदी को टिकरापारा पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी स्वयं को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) का अधिकारी बताकर जमीन कारोबारियों और सरकारी कर्मचारियों को झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देकर करोड़ों रुपये की वसूली करता था।
चेहरा मोहरा और पहनावा ऐसा रखता था कि कोई वाकई अधिकारी समझ बैठे लेकिन अब पुलिस के घेरे में आ गया। आरोपी संजय नगर का निवासी है। उसके खिलाफ महिला पटवारी के पति राजेश सोनी ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता के अनुसार, हसन ने बीते एक वर्ष में किस्तों में एक करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। आरोपी लगातार और पैसों की मांग कर रहा था। धमकी दे रहा था कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो वह झूठे दस्तावेज बनवाकर एसीबी में शिकायत कर गिरफ्तारी करवा देगा। राजेश ने पुलिस को बताया कि आरोपी की धमकियों से डरकर उसने लोगों से कर्ज लेकर और यहां तक कि अपनी पत्नी के गहने बेचकर भी हसन को पैसा दिया था। इसके चलते वह मानसिक और आर्थिक रूप से पूरी तरह टूट चुका था। लगातार दबाव बढऩे पर उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी हसन आबिदी विशेष रूप से जमीन कारोबार और प्रापर्टी डीलिंग से जुड़े लोगों को टारगेट करता था। वह उनकी संपत्ति को विवादित बताकर डराता और फिर ACB, EOW में शिकायत करने की धमकी देकर मोटी रकम ऐंठता था। पुलिस को आशंका है कि उसके जाल में और भी कई लोग फंसे हैं, जो अब आगे आ सकते हैं।
रसूखदार दिखने नेताओं के साथ पोस्ट करता था फोटो
मामले में यह भी जानकारी सामने आई है कि आरोपी पिछले पांच वर्षों से ठगी और अवैध वसूली में सक्रिय था। खुद को रसूखदार दिखाने के लिए वह कई बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया पर डालता था, जिससे उसका प्रभाव और डर बना रहे। इसी वजह से अधिकतर लोग उसके खिलाफ खुलकर शिकायत नहीं कर पा रहे थे। फिलहाल, आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और इस पूरे मामले का खुलासा जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर सकती है।