सरपंच ने सरकारी बोर पर जमाया कब्जा लोग पानी के लिए परेशान
बलौदा / जनपद पंचायत बलौदा के ग्राम पंचायत खोहा में पेयजल की समस्या बनी हुई है। यहां पर पानी देने वाले सरकारी बोर तो है। लेकिन उस पर सरपंच ने कब्जा जमा रखा है। वह उसका पानी अपने घरेलू कार्यो में ही उपयोग कर रहे है। सरकारी जमीन पर कब्जा कर पक्की दीवार से बाउंड्रीवाल कर बोर को घेर लिया गया है। मोहल्ले में पानी कि समस्या बनी हुई है। मिली जानकारी अनुसार दो वर्ष पूर्व पन्द्रहवे वृत से एक लाख रुपए कि लागत से लोगों कि आवश्यकता देख पंचायत में प्रस्ताव कर बोर खनन कराया गया था। जिसे सरपंच ग्राम पंचायत खोहा के द्वारा सरकारी बोर पर निजी बाउंड्री कर कब्जा कर लिया गया है।
बोर का उपयोग करते थे मोहल्ले वासी – मोहल्लेवासी ने बताया कि यह बोर हम सब के मांग पर बोर पंचायत द्वारा कराया गया था। जिससे हम सभी मोहल्लेवासी निस्तार करते थे। जिसे सरपंच मिरी द्वार सरकारी बोर को अपने कब्जे में करते हुए दीवार खड़ा कर दिया। जिससे हम सभी को पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सरकारी भूमि पर सरपंच द्वारा शासन के पैसे से बोर कराया गया. पर बोर तो सरपंच ने कब्जा कर रखा है साथ ही साथ सरकारी भूमि पर भी कब्जा कर रहा है। सरपंच गांव का मुखिया होता है। सरपंच को लोग बड़े विश्वास के साथ वोट दे कर अपना प्रतिनिधि चुनते हैं पर मुखिया ही जनता के हित का नहीं सोच कर अपना हित करने में इतना मदमस्त है कि सरकारी संपत्ति को भी हड़प कर रहे है।
ग्रामीणो का कहना है कि पूर्व में भी सरपंच के मनमाने कार्यों से परेशान होकर शिकायत तो करते हैं। पर शिकायत सुनने वाला कोई नहीं है। सरकारी सिस्टम से लोगों का विश्वास धीरे-धीरे उठते जा रहा है। ऐसे में अपनी फरियादी फ़रियाद लेकर जाएं तो कहां जाए।