CHHATTISGARH : हसदेव नदी में डूबे तीसरे छात्र का शव बरामद, घटनास्थल से 6 किमी दूर दर्री डैम में मिला

कोरबा / छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के दर्री थाना अंतर्गत हसदेव नदी में डूबे तीसरे छात्र आशुतोष सोनकर का शव बरामद कर लिया गया है। रात 8 बजे एक मछुआरे को शव मिलने की जानकारी मिली जिसके बाद एक छोटी नाव के सहारे उसके शव को पानी से बाहर निकाला गया। बताया गया कि शव घटना स्थल से करीब 6 किमी दूर जलकुंभी में फंसा हुआ था।
जानकारी के मुताबिक आशुतोष सोनीकर पिता मुरलीधर (18 वर्ष), सागर चौधरी पिता महेंद्र चौधरी (28 वर्ष) दोनों निवासी सीएसईबी कॉलोनी व बजरंग प्रसाद (19 वर्ष) निवासी अयोध्यापुरी आपस में अच्छे दोस्त थे। 3 फरवरी सोमवार की सुबह करीब 11 बजे ये घर से घूमने जाने के नाम से निकले तो फिर घर नहीं लौटे। तीनों युवकों का वाहन, कपड़ा, मोबाइल, जूता सहित अन्य सामान नदी किनारे पाए गए। परिजनों ने खोजबीन के साथ ही पुलिस को जानकारी दी। इस दौरान मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे पुलिस को सूचना मिली कि वार्ड क्र. 51 डांडपारा के किनारे से गुजरी हसदेव नदी के डुबान क्षेत्र में युवकों का कपड़ा, जूता दो पहिया वाहन, मोबाइल लावारिश पड़ा है।
मौके पर मिले कपड़े और वाहन को परिजनों ने अपने बच्चों का होना बताया, तब से ही लापता युवकों के नदी में डूब जाने की आशंका जताई जाने लगी थी। दर्री पुलिस ने युवकों की तलाश शुरू की। गोताखोरों की टीम बुलाई गई जो लापता युवकों को नदी के अन्य हिस्सों में तलाशने उतरी लेकिन कुछ पता नहीं चला। स्थानीय गोताखोरों के अलावा एसडीआरएफ की टीम ने भी तलाश शुरू की। गुरुवार को दो युवक सागर व बजरंग का शव डुबान क्षेत्र से बरामद किया गया गया।
एसडीआरएफ स्कूब डाइविंग और नगर सेना की टीम ने लगातार दो दिन तक मोटर बोट से जाकर हसदेव डुबान क्षेत्र में पानी की गहराईयों से 6 फरवरी की सुबह करीब 10 : 30 बजे सागर चौधरी का शव बरामद किया जो घटनास्थल से करीब 1 किलोमीटर दूर नदी में हाइटेंशन टॉवर के पास तैरते हुए मिला। इसके बाद नदी में तलाश की रफ्तार बढ़ा दी गई। दोपहर करीब 2 बजे बजरंग का शव घटना स्थल से 6 किलोमीटर दूर डुबान क्षेत्र के जलकुंभी में फंसा बरामद हुआ।
तीसरे युवक आशुतोष की तलाश में शाम 5 बजे तक रेस्क्यू में भी कुछ पता नहीं चलने पर रेस्क्यू रोक दिया गया। इसके बाद रात करीब 8 बजे दर्री डेम के किनारे एक मछुआरे ने पानी में शव देखा तो इसकी सूचना आसपास के लोगों सहित पुलिस को दी। SDRF की टीम ने मछुआरों की मदद से नाव के सहारे मौके तक पहुंच कर आशुतोष के शव को बरामद किया।
एक साथ डूबे तीनों दोस्तों के शव घटना के चौथे दिन एक-एक कर बरामद हुए। शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम उपरांत शवों को परिजनों के सुपुर्द किया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।