Life & Fitness

HEAT WAVE : भीषण गर्मी और लू से बचने के लिए करें ये काम

Summer tips

इस धरती पर प्रकृति हमेसा अपने मौसम परिवर्तन करती रहती है जिसके कारण इस धरती पर गर्मी, ठंडी और बरसात जैसे विभिन्न मौसम देखने को मिलते है और जब यह मौसम अपने चरम अवस्था पर आ जाते है तो यही मौसम हमे दुःख का भी अहसास कराने लगते है। जैसा की कहा भी जाता है किसी चीज का अति यानी अधिकता होना भी नुकसानदायक होता है और जब ये मौसम अपने चरम अवस्था पर हो तो प्रकृति में मौजूद इन्सान, जानवर, पशु पक्षी सबको कठिनाई झेलना पड़ता है,और सब यही दुआ करते है की जल्दी से ये मौसम खत्म हो जाए लेकिन परिवर्तन चक्र के चलते हर मौसम हर साल आते रहते है जिसके कारण फिर से वही दुबारा स्थिति पैदा हो जाती है की आखिर इन मौसम की मार को हम कैसे झेले और जब यही मार गर्मी के मौसम की हो तो घर से भी निकलना मुश्किल हो जाता है। तो चलिए इस पोस्ट में गर्मी से बचने के बढ़िया और आसान घरेलु उपाय को जानते है। जरा सोचिये जो लोग चिलचिलाती धूप में घरो, सडको जैसे निर्माण कार्य में लगे हो या फिर किसान, मजदूर या आप आप अपने काम के तलाश में भटक रहे हो और फिर ऊपर से गर्मी का प्रकोप हो तो फिर अपने आप को सुरक्षित रख पाना और स्वास्थ्य का देखभाल कर पाना बहुत मुश्किल होता है ऐसे में खुद को गर्मी से बचने के अगर उपाय मालुम हो तो काफी हद तक हम सभी गर्मी की मार से निजात पा सकते है।

images 2024 05 31T173016.683 Console Crptech

गर्मियों की चिलचिलाती धूप से बचना मुश्किल हो सकता है, लेकिन उचित ड्रेस कोड के साथ, यह असंभव नहीं है। शरीर के तापमान को न्यूनतम स्तर पर रखना सबसे अच्छा है, इसलिए हल्के रंग के, हल्के कपड़े गर्मियों के लिए एकदम सही कपड़े हैं। शॉर्ट्स और टैंक टॉप भी आपके कपड़ों के अंदर हवा के प्रवाह की अनुमति देते हैं। फिर भी, यदि आप किसी बंद गर्मी पैदा करने वाले क्षेत्र के करीब काम करते हैं, तो अग्निरोधी या FR कपड़े जैसे अद्वितीय सुरक्षात्मक कपड़े पहनें। FR कपड़े पहनकर आपको अपना काम करना थोड़ा मुश्किल लग सकता है, लेकिन यह निश्चित रूप से आपको बाहरी मौसम के हानिकारक प्रभावों से बचाएगा। नए FR कपड़े वजन में हल्के होते हैं, जिससे पहनने में अधिक सांस लेने योग्य होते हैं।

गर्मी से होने वाली थकावट के दो रूप मुख्य रूप से नमक की कमी और पानी की कमी हैं। निर्जलीकरण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे हीट स्ट्रोक। ऐसी स्थितियों से बचने के लिए, आपको हर 15 से 30 मिनट में पानी पीना चाहिए, भले ही आपको प्यास न लगी हो। इसके अलावा, आपको ऐसे पेय पदार्थों से भी बचना चाहिए जिनमें चीनी या कैफीन की मात्रा अधिक हो। एथलीटों के लिए, अपोलो स्पेशलिटी हॉस्पिटल्स के मुख्य कार्डियक सर्जन, डॉ. श्रीधर वी, कहते हैं कि “जब हम व्यायाम करते हैं और प्यास महसूस करते हैं, तो हम आमतौर पर पानी पीते हैं, लेकिन इसमें कोई खनिज नहीं होता है और यह पसीने के कारण होने वाले लवणों की कमी की भरपाई नहीं करता है।” यहां तक ​​कि अधिक पानी का सेवन हाइपोनेट्रेमिया का कारण बन सकता है जो भटकाव की ओर ले जाता है। हमेशा ध्यान रखें कि हमारा शरीर खुद को ठंडा करने के लिए पहले से ही काफी मेहनत कर रहा है। इसलिए, हमें अधिक परिश्रम से बचना चाहिए। बार-बार ब्रेक लेने से न केवल हमारा सूरज के संपर्क में आना सीमित होगा, बल्कि यह हमारे शरीर को आराम करने के लिए कुछ समय भी देगा। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है यदि आपको पहले से ही उच्च रक्तचाप जैसी कोई बीमारी है।

Console Crptech

लक्षणों की पहचान करना एक महत्वपूर्ण यात्रा है जिससे हर किसी को गुजरना पड़ता है। गर्मी के कारण ऐंठन, गर्मी के कारण दाने, चक्कर आना, बेहोशी, निर्जलीकरण, और बहुत कुछ जैसे कई लक्षण हैं, जो संकेत देते हैं कि आप हीट स्ट्रोक से पीड़ित हो सकते हैं या हीट स्ट्रोक की स्थिति पैदा कर सकते हैं। जब भी आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो आपको तुरंत चिकित्सा सहायता के लिए कॉल करना चाहिए। कुछ दवाएँ गर्मी के संपर्क में आने से होने वाली समस्याओं के जोखिम को भी बढ़ा सकती हैं। इसके अलावा, कुछ दवाएं पसीने की प्रक्रिया में भी बाधा डाल सकती हैं या पानी को बाहर निकालने में मदद कर सकती हैं, जिससे शरीर के तापमान को नियंत्रित करने और बनाए रखने में असंतुलन पैदा हो सकता है। कोई भी दवा खरीदने से पहले अपने फार्मासिस्ट से इन बातों के बारे में पूछें।

गर्मी के दिनों में, अगर आप बाहर काम कर रहे हैं या बहुत यात्रा कर रहे हैं, तो सनस्ट्रोक या हीट स्ट्रोक होना आम बात है। भले ही हमारा शरीर खुद को ठंडा कर सकता है, लेकिन जब यह चरम स्थितियों में पहुंच जाता है, तो यह तापमान को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर सकता है। इसके परिणामस्वरूप हीट स्ट्रोक हो सकता है जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं या यहां तक कि मृत्यु का कारण बन सकता है। हालाकि, कुछ सरल तरीके हैं, जैसे कि हाइड्रेटेड रहना और उपयुक्त कपड़े पहनना जो हमें सूरज की चिलचिलाती गर्मी से खुद को बचाने में मदद कर सकते हैं।

गर्मियों के मौसम के हिसाब से अनेक ऐसे फल और पेय प्रदार्थ भी बाजार में उपलब्ध होते है जैसे खीरा, तरबूज, खरबूज, ककड़ी मौसमी फल हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते है हमे इनका खूब सेवन करना चाहिए और पेय प्रदार्थ में दूध, दही से बने लस्सी, छास, नारियल पानी, निम्बू, गन्ने के रस भी हमारे शरीर के लिए लाभदायक होते है इसलिए हमे गर्मियों में इनका सेवन करना चाहिए। गर्मियों में ज्यादा तेल मसाले वाले भोजन से बचना चाहिए क्यू ऐसे भोजन से हमारे शरीर में पाचन की समस्या उत्त्पन होती है और गर्मियों के मौसम से एसिडिटी, अपचन, पेट का ख़राब होना जैसी कई बीमारिया भी उत्त्पन्न हो जाती है इसलिए हमे ऐसे भोजन से सीधे तौर पर खुद को कंट्रोल करना बहुत आवश्यक होता है।

गर्मियों के मौसम में घर से बाहर निकलने के समय हमारा सिर जरुर ढका होना चाहिए हो सके तो हमे सर ढकने के लिए गमछा, टोपी या रुमाल का उपयोग कर सकते है नहीं तो साथ में छाता भी धुप से बचाव के लिए फायदेमंद होता है और यदि खुली हुई दोपहिया से हम सफर करने जा रहे है तो सबसे पहले सर को रुमाल से बाधकर हेलमेट को जरुर पहनना चाहिए जो की हमे सीधे तौर पर धुप से बचाती है।

गर्मियों से बचने के लिए घरेलु उपायों में अक्सर कहा जाता है धुप से लड़ने के लिए प्याज, लहसुन फायदेमंद होता है जो की अपने साथ रखने से तेज बहने वाली गरम हवाओ जैसे लू से सीधे तौर पर बचाती है। गर्मियों से हमारे त्वचा पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है अधिक तेज धुप के कारण हमारे त्वचा काली और झुलस भी जाती है और बहुत सी स्थिति में घमौरियो भी हो जाती है जिसकी वजह से खुजलाने की वजह से हमारे शरीर की त्वचा लाल भी पड़ सकती है सो ऐसी स्थिति से बचने के लिए जब भी घर से बाहर निकले तो निश्चित ही हमारे शरीर के अंग हल्के कपड़े से जरुर ढके हो और लू और धुल से बचने के लिए आखो पर चश्मा भी उपयोग कर सकते है। गर्मियों के मौसम में मच्छर भी बहुत अधिक उत्पन्न हो जाते है इसलिए गर्मी की रातो में हो सके तो हमे मच्छरदानी भी जरुर उपयोग करे।

गर्मी के दिनों में पुदीना, आम का रस, पन्ना, बेल का शरबत, नीबू जीरा काला नमक का शर्बत भी बहुत फायदेमंद होता है इसलिए हमे इन पेय पर्दाथो को जरुर पीना चाहिए और घर पर बनाकर पीने से इसकी शुद्धता में मिलावट की आशंका न के बराबर होती है। गर्मियों में तेज धुप से आकर तुरंत कभी भी नहाना भी नही चाहिए जो की हमारे शरीर के तापमान में सर्दगर्म की शिकायत भी आ सकती है। गर्मियों में सूर्य की किरणे बहुत ही प्रचंड होती है तो तो तेज दोपहर की अपेक्षा हमे सुबह जल्दी या शाम में अपने कार्यो की प्लानिग करनी चाहिए और कोशिश करे की कम से कम धूप में निकला जाए।

लू से बचने के लिए 12 बजे से 3 बजे के बीच घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। पूरे देश में जारी गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए धूप के सीधे संपर्क में आने से परहेज करें। पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है। अगर नींद पूरी नहीं होती तो थकान बनी रहती है, जो अनावश्यक चिड़चिड़ाहट को जन्म देती है, इसलिए आराम करना जरूरी है। गर्मी के मौसम में पाचन संबंधी परेशानियों से बचाने के लिए हल्का खाना खाए। हो सके तो एक वक्त ही खाए। गर्मी के मौसम में सामान्य वर्कआउट करना चाहिए। धूप में रहने के कारण अगर आपको थकान या चक्कर आ रहे हैं तुरंत पानी या नीबू पानी पीना चाहिए। गर्मी से बचने के लिए प्रकृति की ठंडक को महसूस कीजिए। पौधों को पानी पिलाएं, हरी घास पर नंगे पैर चलें, रंग-बिरंगे फूलों को निहारें, शुद्ध और खुली हवा में गहरी सांस लें।

तो हमारे द्वारा दी गयी जानकारी से आपको गर्मी से बचाने में सहायक हो सकती है इसलिए आप बताये गये गर्मी से बचने के इन उपायों को जरुर अमल करे और कभी भी आप को गर्मी की वजह से कोई भी परेशानी हो तो अपने चिकित्सक से सलाह लेना न भूले यह आपके और आपके स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद है।

Back to top button
शिल्पा शेट्टी ने कही कुछ अनकही बातें