छत्तीसगढ़

BILASPUR NEWS : शराब पीकर गाड़ी चलाने के नाम पर पुलिस ने मांगे 50 हजार, NTPC कर्मचारी ने खाया जहर, व्यवसायी ने भी लगाया वसूली का आरोप

वाहन चेकिंग के नाम पर वसूली!

बिलासपुर / बिलासपुर जिले की सीपत थाना पुलिस पर वाहन चेकिंग के नाम पर वसूली करने के दो अलग-अलग मामलों में गंभीर आरोप लगे हैं। एक मामले में एनटीपीसी कर्मचारी से 50 हजार रुपए की मांग की गई, जबकि दूसरे में स्थानीय व्यवसायी से 24 हजार रुपए ऑनलाइन वसूले गए।

पहले मामले में एनटीपीसी के एचआर विभाग में कार्यरत धीरेंद्र मंजारे से पुलिसकर्मियों ने शराब पीकर वाहन चलाने के आरोप में 50 हजार रुपए की मांग की। रुपये न देने पर गाड़ी जप्त करने की धमकी दी गई। इससे परेशान होकर धीरेंद्र ने रास्ते में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। उन्हें गंभीर हालत में अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

धीरेंद्र की पत्नी रामेश्वरी मंजारे ने इस पूरे मामले की शिकायत एसएसपी कार्यालय में की है। उनकी पत्नी रामेश्वरी ने बताया कि रविवार को धीरेंद्र शराब लेने के लिए शराब दुकान गए थे। वहां से जब वे शराब लेकर निकल रहे थे तभी सीपत थाने के कुछ जवानों ने उन्हें पकड़ लिया। उनके वाहन को जब्त कर थाने में खड़ा कर दिया गया। थाने में धीरेंद्र से 50 हजार रुपये की मांग की गई। रुपये ना मिलने पर कार्रवाई की धमकी दी गई। इससे कर्मचारी डर गया। कार्रवाई की धमकी देकर उन्हें तत्काल रुपये लाने के लिए कहा गया। तब कर्मचारी अपने घर जाने के लिए थाने से निकले और मानसिक रूप से परेशान कर्मचारी ने रास्ते मे जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। इसके बाद उन्होंने पूरे मामले की जानकारी अपनी पत्नी रामेश्वरी को दी। तब रामेश्वरी ने पति की तलाश कर उन्हें एनटीपीसी अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अपोलो रिफर कर दिया गया। अपोलो में धीरेंद्र का इलाज किया जा रहा है। जहाँ उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है। मामले में एनटीपीसी कर्मी की पत्नी ने पुलिसकर्मियों पर अवैध वसूली और मानसिक प्रताड़ना के चलते आत्महत्या का प्रयास करने का आरोप लगाया है।

वहीं दूसरे मामले में सीपत के नवाडीह चौक निवासी व्यवसायी अविनाश सिंह ठाकुर ने भी अवैध वसूली की शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों ने उनके ऊपर झूठे आरोप लगाकर 185 की कार्रवाई की धमकी दी और 50 हजार की मांग की गई। व्यवसायी ने डर कर ऑनलाइन रुपये ट्रांसफर करने की बात कही। तब थाने में ही प्राइवेट कम्प्यूटर ऑपरेटर का काम करने वाले राजेश्वर कश्यप के खाते में  24 हजार रुपये फोन पे के माध्यम से वसूले। रुपये ट्रांसफर करने के बाद गाड़ी छोड़ दी गई, लेकिन रात में फिर वाहन जब्त कर लिया गया और उनके साथी रवि कश्यप के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई कर दी गई।

अविनाश सिंह ठाकुर ने अपनी दी गई शिकायत में लिखा है कि पुलिस कर्मियों ने उनके ऊपर झूठे आरोप लगाकर दबाव बनाया और धन वसूला जो थाना प्रभारी और एएसआई कि मिली भगत से होना प्रतीत होता है। उन्होंने एसएसपी से निष्पक्ष जांच की मांग की है।

दोनों शिकायतों पर एसएसपी रजनेश सिंह ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए एडिशनल एसपी को जांच के निर्देश जारी किए हैं।

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