
देव आनंद — वो नाम जिसने रोमांस को पहचान दी
By Bollywood Desk : बॉलीवुड के इतिहास में कई सितारे आए और गए, लेकिन देव आनंद आज भी एवरग्रीन हीरो के रूप में जिंदा हैं। उनका अंदाज़, उनकी मुस्कान और उनकी चाल — सब कुछ इतना खास था कि एक दौर में देव आनंद का नाम ही रोमांस की परिभाषा बन गया।
जब ब्लैक कोट पहनना हुआ खतरनाक!
कहते हैं कि 1950 के दशक में देव आनंद का क्रेज़ ऐसा था कि जब वे ब्लैक कोट पहनकर स्क्रीन पर आते थे,
तो थिएटर में बैठी लड़कियाँ चीख उठती थीं — कई बार बेहोश भी हो जाती थीं। इसलिए पुलिस ने पब्लिक प्लेस में ब्लैक कोट पहनने पर रोक लगाने की सलाह दी थी!
इतना जबरदस्त था देव आनंद का करिश्मा।
फिल्मों से लेकर स्टाइल तक — सबकुछ लाजवाब
देव आनंद सिर्फ अभिनेता नहीं, बल्कि फैशन ट्रेंडसेटर भी थे।
उनकी तिरछी मुस्कान, सिर झुकाकर बोलने का अंदाज़, और हल्की मुस्कान उनके रोमांस को जीवंत बना देती थी।
उनकी सुपरहिट फिल्में जैसे —
⭐ Guide,
⭐ CID,
⭐ Jewel Thief,
⭐ Hum Dono,
⭐ Tere Ghar Ke Samne
आज भी सिनेमा प्रेमियों के दिलों में जिंदा हैं।
नवकेतन फिल्म्स — अपने दम पर बनाया साम्राज्य
देव आनंद ने अपने भाइयों चेतन और विजय आनंद के साथ ‘Navketan Films’ की स्थापना की थी। इस बैनर के तहत बनी फिल्में भारतीय सिनेमा की क्लासिक्स में गिनी जाती हैं।
Guide तो आज भी दुनिया की श्रेष्ठ फिल्मों में शामिल है, जिसमें इंसान के आत्मबोध और प्रेम को अनोखे तरीके से दिखाया गया।
देव आनंद की सोच – हमेशा आगे देखने की
देव साहब का एक मशहूर कथन था:
“मैं कभी पीछे नहीं देखता… जो चला गया, वो मेरा नहीं रहा।”
यही सोच उन्हें “एवरग्रीन” बनाती रही। उम्र बढ़ती गई, लेकिन उनका जुनून और आत्मविश्वास हमेशा जवान रहा।
सम्मान और विरासत
- पद्म भूषण (2001)
- दादा साहेब फाल्के अवार्ड (2002)
- 100 से अधिक फिल्मों में अभिनय
- निर्माता, निर्देशक, लेखक — हर भूमिका में शानदार
3 दिसंबर 2011 को उन्होंने लंदन में अंतिम सांस ली,
लेकिन पर्दे पर उनकी “एवरग्रीन मुस्कान” हमेशा अमर रहेगी।
अंत में…
देव आनंद सिर्फ एक अभिनेता नहीं थे,
वो एक फीलिंग थे —
वो “जवानी” का प्रतीक थे जो कभी खत्म नहीं होती।
🎶 “Main zindagi ka saath nibhata chala gaya…”
यह गाना आज भी उनकी ज़िंदगी का सबसे सटीक परिचय है।





