MANVI MADHU KASHYAP : देश की पहली ट्रांसजेंडर दरोगा बनीं मानवी मधु
मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती, इस बात को बिहार की रहने वाली मानवी मधु ने सच साबित कर दिया है। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने मंगलवार को बिहार पुलिस में पुलिस अवर निरीक्षक प्रतियोगिता परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया था। फिजिकल और मेडिकल एग्जाम को क्लियर करने और आयु तथा आरक्षण आदि के आधार पर तीन हजार 727 अभ्यर्थियों का चयन किया गया। बता दें कि इसमें 1,275 अभ्यर्थी टॉपर लिस्ट में शामिल हुए। अन्य बच्चों की तरह इस एग्जाम में तीन ट्रांसजेंडर भी सफल हुए हैं।
देश की पहली ट्रांसजेंडर दारोगा
बिहार की रहने वाली मानवी भारत की पहली ट्रांसजेंडर दारोगा बन गई हैं। बता दें कि तीन ट्रांसजेंडर में दो ट्रांसमेन और मधु अकेली ट्रांसवुमेन हैं। मानवी मधु बांका के पंजवारा की रहने वाली है। उनकी माता का नाम माला देवी और पिता का नाम नरेंद्र प्रसाद सिंह है। पिता के निधन के बाद घर में सभी जिम्मेदारियां मधु के कंधे पर आ गई थी। लेकिन मधु ने अपने सपने को मरने नहीं दिया।
मानवी मधु ने अपनी शुरुआती शिक्षा एसएस संपोषित हाई स्कूल पंजवारा से पूरी की। इसके बाद आगे की पढ़ाई प्लस टू सीएनडी कॉलेज और ग्रेजुएशन की पढ़ाई तिलकामांझी यूनिवर्सिटी से पूरी की। मधु अपने इंटरव्यू में कहती हैं कि एक छोटे से गांव से निकलकर यहां तक का सफर काफी कठिन रहा। खासकर ट्रांसजेंडर होने की वजह से कई जगहों पर बहुत अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ा है। इसके साथ ही साल 2022 में मद्य निषेध विभाग में सिपाही पद के लिए लिखित परीक्षा पास की, लेकिन फिजिकल एग्जाम में कुछ सेंकड़ की देरी से उनसे चूक हो गई थी, जिसके कारण उनका सेलेक्शन नहीं हो पाया था।
मधु ने एक न्यूज पोर्टल से कहा कि वह अपनी वर्दी पहनकर अपने गांव जरूर जाएंगी और सबको बताएंगी कि उन्हें ट्रांसजेंडर होने पर कोई शर्म नहीं है। वह अपनी मां को वर्दी में सैल्यूट करना चाहती हैं।