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Purnia Crime News : डायन के शक में एक ही परिवार के 5 सदस्यों को जिंदा जलाया

पूर्णिया / बिहार के पूर्णिया से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. जहां डायन बताकर एक ही परिवार की पांच लोगों की पीट पीट कर फिर जिंदा जलाकर निर्मम हत्या कर दी गई है। पूरा मामला मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के टेटगामा गांव की है।

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बताया जा रहा है एक ही परिवार की पांच लोगों की पीट-पीट कर जिंदा जलाकर निर्मम हत्या कर दी गई है। दरअसल गांव के ही रामदेव उरांव के पुत्र की झार फूक और इलाज के दौरान तीन दिन पहले मौत हो गई और दूसरे बच्चे की भी तबीयत बिगड़ रही थी। गांव के लोगों ने मौत की वजह डायन को बताया और डायन के आरोप में एक ही परिवार के पांच लोगों को लाठी से पीटा गया और फिर जिंदा जला दिया गया। शवों को बोरियों में भरकर फेंक दिया गया। मरने वालों में बाबूलाल उरांव, सीता देवी ,मनजीत उरांव ,रनिया देवी और तपतो मोसमत शामिल है। यह सब एक ही परिवार के हैं। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। इस पूरी घटना को उरांव के 16 वर्षीय बेटे सोनू ने देखा, जो भागने में सफल रहा और उसने अपने नाना-नानी को इसकी जानकारी दी।

उरांव के बेटे ने मीडिया को बताया कि उसकी मां पर जादू-टोना करने का आरोप लगाया गया था और रविवार की रात नकुल उरांव के नेतृत्व में गांव में एक बैठक हुई थी। इस बैठक में करीब 200 लोग शामिल हुए थे। मेरे पिता और मां को बुलाया गया और गांव वालों ने उन्हें मारने का फैसला किया। उन पर लाठी-डंडों से हमला किया गया और फिर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया गया। उनके शवों को ट्रैक्टर पर लादकर सुनसान जगह पर ले जाया गया और फेंक दिया गया।

सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना व दो अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है और शवों को फेंकने में इस्तेमाल किए गए ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है। सोमवार को सभी पांच शव बरामद कर लिए हैं। पुलिस आगे की जांच में जुटी है।

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