
Chhattisgarh News
रायगढ़ / रायगढ़ के बिलासपुर-झारसुगुड़ा नेशनल हाईवे पर 27 नवंबर को पैरावट में मिली महिला और बच्चे की अधजली लाश मामले में पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को भिलाई से गिरफ्तार किया है।
27 नवंबर की सुबह रायगढ़ के ग्राम नेतनागर में पैरावट में अधजले महिला और बच्चे का शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी। थाना प्रभारी जूटमिल रामकिंकर यादव ने घटनास्थल पहुँचकर इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी। एसएसपी सदानंद कुमार, एडिशनल एसपी संजय महादेवा सीएसपी अभिनव उपाध्याय, साइबर सेल एवं फॉरेंसिक की टीम पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण कर ग्रामीणों से पूछताछ कर जांच में जुट गई । घटनास्थल और शव के निरीक्षण पर पुलिस ने संदेह जताया कि हत्या कर पुलिस से बचने शव को पैरावट में जलाया गया।
पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी मृतक महिला और उसके बच्चे के साथ किराए के मकान में रहता था विवाद के बाद मां और बेटे से पीछा छुड़ाने के लिए आरोपी ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है।
पुलिस की टीम को निधि के मोबाइल नंबर के एनालिसिस पर पता चला कि मोबाइल पर और नंबर एक्टिव थे जिसे जांच करते हुए पुलिस संदिग्ध सूरज गुप्ता का लोकेशन लिया। पुलिस से छुपते हुए आरोपी मुंबई भाग चुका था। तत्काल एसएसपी सदानंद कुमार के निर्देशन पर डीएसपी अमन लखीसरानी के नेतृत्व में एक टीम पुणे रवाना हुई। वहीं संदेही सूरज गुप्ता पुलिस को गुमराह करने अपना मोबाइल बंद-चालू कर रहा था जिसका मोबाइल ऑन होने पर अगला लोकेशन दुर्ग-भिलाई मिला। पुणे रवाना हुई टीम भिलाई पहुंची जहां आरोपी सूरज गुप्ता पहचान छुपा कर नया फोन और सिम लेकर पीजी किराये पर रहने की फिराक में था। टीम ने आरोपी को भिलाई के प्रियदर्शनी परिसर से हिरासत में लिया। पूछताछ करने पर उसने निधि औसरिया और उसके बेटे पार्थ की हत्या कर शव को बिलासपुर-झारसुगुड़ा हाईवे में रोड किनारे पैरावट में जलाना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपी से मृतिका औसरिया के सोने चांदी के जेवरात करीब सात आठ लाख रुपये नगद कैश करीब ढाई लाख रुपये और एक्सयूवी 700 कार जप्त की गई है।
आरोपी सूरज गुप्ता पिता सुरेश गुप्ता उम्र 41 साल निवासी हिमालया हाइट्स, देवपुरी रायपुर का रहने वाला है। हाल ही में शांति नगर बिलासपुर में रहता था और पूर्व में रियल एस्टेट कंपनी में काम करता था। आरोपी ने बताया कि उसने क्लाइंट के रूपयों की धोखाधड़ी कर कंपनी में काम करने वाली विवाहिता महिला निधि औसरिया और उसके बेटे पार्थ के साथ बिलासपुर में रहता था। सूरज गुप्ता और निधि पहले से विवाहित थे जो पिछले कुछ समय से बिलासपुर में पति-पत्नी की तरह रह रहे थे।