CRIME NEWS : आंगनबाड़ी में नौकरी का झांसा देकर 23 महिलाओं से गैंगरेप, जानें पूरा मामला
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राजस्थान के सिरोही नगर परिषद सभापति महेंद्र मेवाड़ा और तत्कालीन आयुक्त महेंद्र चौधरी पर गैंगरेप का केस दर्ज किया गया है। आंगनबाड़ी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर करीब 23 महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला पाली थाने में दर्ज किया गया है। मामले में नगर परिषद सिरोही के सभापति महेंद्र मेवाड़ा, पूर्व आयुक्त महेंद्र चौधरी और इनके दोस्तों पर सामूहिक दुष्कर्म, अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने और वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित करने की धमकी देकर पांच लाख रुपये मांगे जाने के आरोप लगे हैं। आरोपित पक्ष ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, पाली के सूरजपोल की रहने वाली महिला ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया कि आँगनबाड़ी में नौकरी के लिए वह 2-3 महीने पहले महिलाओं के साथ वह पाली से सिरोही गई थी। वहाँ पर नगर परिषद सभापति महेन्द्र मेवाडा और तत्कालीन आयुक्त नगर परिषद महेन्द्र चौधरी मिले। दोनों ने उन्हें अपने परिचित के यहाँ ठहराया। वहीं पर खाने-पीने की व्यवस्था भी की गई थी।
महिला का आरोप है कि खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया गया था। इसकी वजह से खाना खाने के बाद सभी महिलाएँ बेहोश हो गईं। इसके बाद मेवाडा और चौधरी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर बेहोश महिलाओं के साथ गैंगरेप किया और उनके वीडियो भी बना लिए। महिलाओं को होश आया तो उनका सिर दर्द हो रहा था। जब इसके बारे में उन्होंने चौधरी से पूछा तो तब उन्होंने साजिश के बारे में बताया।
आरोप के अनुसार, मेवाडा और चौधरी ने महिलाओं से कहा, तुम सभी से हमने खूब मजे लिए। इसके लिए ही हमने तुम लोगों को धोखे से बुलाया था। महिलाओं ने बताया कि जब चौधरी उन्हें यह सब बता रहा था, तब इन लोगों के 10-15 दोस्त भी मौजूद थे। वे सभी जोर-जोर से हँस रहे थे। वे सभी शराब के नशे में थे और उनके सामने शराब की बाेतलें रखी हुई थीं।
महिला का आरोप है कि यह पूरा षड्यंत्र महेंद्र मेवाडा और महेंद्र चौधरी ने अपने अन्य दोस्तों-परिचितों के साथ मिलकर रचा था। महिला ने यह आरोप लगाया है कि महेंद्र मेवाड़ा और महेंद्र चौधरी ने बेहोशी की हालत में बनाए गए अश्लील वीडियो को दिखाकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं। उससे 5 लाख रुपए की माँग की जा रही है। इसके साथ ही फिर रेप के लिए दबाव बनाया जा रहा हैं।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि महेंद्र मेवाडा ने नौकरी का झांसा देकर महिलाओं से खाली कागजों और स्टैंप पेपर पर साइन कराए हैं। उन कागजातों पर महिलाओं से अँगूठे के निशान भी लगवाए हैं। इसके बाद ये कागज अपने पास रख लिए है। बताते चलें कि महेंद्र मेवाड़ा कांग्रेस पार्टी के नेता हैं।
इन आरोपों पर सिरोही नगर परिषद के सभापति महेंद्र मेवाडा ने कहा, मेरे खिलाफ षडय़ंत्र रचा किया गया है। साल 2023 में भी 22 महिलाओं ने एक साथ रेप का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें पीड़ित सामने तक सामने नहीं आए। वह आरोप भी झूठा साबित हुआ था। अब फिर से षडयंत्र रचकर मामला दर्ज कराया है। यह भी झूठा है। जाँच में सब साफ हो जाएगा।
वहीं, पूर्व आयुक्त महेंद्र चौधरी ने भी मामले को फर्जी बताया है। उन्होंने कहा, मैं किसी को नहीं जानता। नगर पालिका आंगनबाड़ी की नौकरी नहीं देती है। मैं अगस्त 2022 में रिटायर हो गया हूँ। सब फर्जी है। जब मुकदमा दर्ज हुआ उस समय मैं कमिश्नर ही नहीं था।
रिपोर्ट के मुताबिक, सूचना है कि शिकायतें राजस्थान चुनाव से पहले दर्ज की गई थीं जब कांग्रेस सरकार सत्ता में थी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद ही राजस्थान की एक अदालत के आदेश पर कार्रवाई शुरू की गई थी। जांच अब सीओ सिरोही परसाराम के नेतृत्व में की जा रही है राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है।