JANJGIR CHAMPA MURDER NEWS : आटो चालक शंकर शास्त्री की हत्या की गुत्थी 36 घंटे में सुलझी, आरोपी गिरफ्तार
Janjgir Champa Murder News
जांजगीर-चांपा / पंतोरा चौकी क्षेत्र में आटो चालक शंकर शास्त्री की हत्या की गुत्थी पुलिस ने 36 घंटे में सुलझा ली है। पुलिस जिसे मृत मान रही थी वह जिंदा मिला। मरने वाला आटो चालक नही बल्कि सवारी था। आटो चालक शंकर शास्त्री ने खुद ही चुरामन साव की हत्या कर छिपाने के लिए अपनी हत्या की साजिश रची थी।पुलिस ने प्रेसवार्ता कर आटो चालक के हत्या मामले में खुलासा किया हैं। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि शंकर शास्त्री उम्र 36 वर्ष निवासी दोमोहानी गांव ढेका बिलासपुर जो बिलासपुर रेल्वे स्टेशन के गेट नंबर 03 से सवारी लेकर जिले के विभिन्न जगहो पर छोड़ता था। जिसका दिनांक 25-26.12.2023 दरमियानी रात चौकी पंतोरा गुचगुलिया नाला के पास रोड में सिर को पत्थर से कुचलकर अज्ञात आरोपी के द्वारा हत्या कर दी गई। और आटो को पल्टाकर दुर्घटना का रूप दिया गया। रिपोर्ट पर चौकी पंतोरा में मर्ग कायम कर जांच पंचनामा कार्यवाही में लिया अपराध कमांक 420/23 धारा 302 भा.द.वि. कायम कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौप दिया गया। परिजनों ने शव को विधिवत दफना दिया था।
विवेचना के दौरान आटो चालक शंकर शास्त्री द्वारा दिनांक 25.12.23 कि रात 07:35 बजे बिलासपुर रेल्वे स्टेशन से एक सवारी को लेकर जाते शीशी टीवी फुटेज में दिखाई दिया। बिलासपुर शहर के अलग-अलग जगहो में लगे शीशी टीवी फुटेज को देखने पर आटो चालक बाप जी पार्क के एसबीआई एटीएम में पैसे निकालते हुए 08:04:00 बजे वसुंधरा नगर महाराणा प्रताप चौक स्थित शासकीय शराब दुकान में 08:14:58 बजे शराब लेता दिखाई दिया। इसके बाद महिमा कॉम्प्लेक्श व्यापार बिहार रोड में 08:22:00 बजे, बाराखोली चौक 08:28 :00बजे, तोरवा थाना चौक मे 08:35:54 बजे, मोपका सीपत मे 09:23:00 बजे, कुली मे 09:48:00 बजे, बलौदा से 10:02:00 बजे अंततः खिसोरा में शीशी टीवी फुटेज में 10:26:00 बजे दिखाई दियाजांच के दौरान पता चला कि सवारी के द्वारा अपने फोन पे से आटो चालक शंकर शास्त्री के फोन पे में 210/-रु ट्रांसफर किया गया था। जिस नंबर से ट्रांसफर किया गया था उसकी फोन पे से जानकारी लेने पर मोबाईल धारक चुरामन साव पिता स्व. श्यामलाल साव निवासी गुंजरडीह थाना नावाडीह जिला बोकारो (झारखण्ड) से ट्रांसफर होने की जानकारी मिली। इसके बाद साइबर सेल की मदद से तकनीकी जांच शुरू हुई जांच करने पर पता चला कि चुनाराम साव के नंम्बर का लोकेशन कोरबा दिख रहा है।
जिसके बाद तत्काल जिला साइबर टीम को कोरबा रवाना किया गया। कोरबा पुलिस कि सहायता से कोरबा जिले में पतासाजी पर पुराना बस स्टैण्ड स्थित ज्योति लॉज में रूकने की जानकारी होने पर ज्योति लॉज में पूछने पर दिनांक 27.12.2023 की सुबह 10:00 बजे चेकआउट होना बताया रजिस्टर चेक करने पर चुरामन साव अपने पता के अलावा मोबाइल नंबर में शंकर शास्त्री का मोबाईल नंबर लिखा मिला।
उपरोक्त व्यक्ति का मोबाईल नंबर लगातार बंद होने से प्रबल संदेही होने की आशंका पर तेजी से पतासाजी किया गया। आटो चालक शंकर शास्त्री अपना हुलिया बदल कर प्रदेश से बाहर भागने के फिराक में था। जिसे दिनांक 28.12.23 को कोरबा रेल्वे स्टेशन से पकड़कर हिरासत में लिया। जिससे गहन पूछताछ करने पर स्वंय (ऑटो चालक) शंकर शास्त्री पिता स्व. जगजीवन शास्त्री उम्र 36 वर्ष निवासी साकिन नवापारा गणेश नगर सिरगिट्टी हाल मुकाम ढेका थाना तोरवा जिला बिलासपुर (छ.ग.) का होना बताया पूछताछ में उसने बताया कि मृतक चूरामन साव से उसका मोबाइल 3500 रु में खरीदा था।
पैसे एसबीआई एटीएम से निकाल कर दिया था। उसके लिए शराब भट्टी से शराब और चकना दुकान से 210 रु का चकना लाया था। जिस पर 210 रु उसने उसे फोन पे किया था, फिर महिमा कॉम्प्लेक्स होते हुये तोरवा थाना चौक से निकल कर मोपका, सीपत, कुली से बलौदा होते हुये लगभग 10:30 बजे खिसोरा गांव से थोड़ी ही दूर मे इसका आटो भुक-भूक करके रूक गया। उतर कर चेक किया उसी समय सामने तरफ से तीन सवारी बैठे पास से मोटरसाइकिल से गुजरे तो मोटरसाइकिल को रुकवाकर आटो को बनाने के लिये मिस्त्री पूछा तब उन लोगों ने कहा रात हो गया है मिस्त्री कल मिलेगा आगे मत जाओ आगे जंगल है। यही गांव में रूक जाओं बोलकर वे लोग चले गये।
तब शंकर शास्त्री ने आटो को पंप मारा और फिर चालू किया तो आटो चालू हो गया आगे रास्ते में बढ़ा लगभग डेढ़ कि.मी. चलने के बाद आटो फिर से बंद हो गया। तब आटो में बैठे यात्री को जो कि सो गया था। नीचे उतरने के लिये बोला वह गहरी नींद में था उसका पैर पकड़कर गुस्से से जोर से खीचने पर वह सोये स्थिति में सीधे नीचे रोड पर गिर गया। और उसके सिर से खून बहने लगा जिसे देखकर लगा कि वह व्यक्ति मर गया।
तब उसका टी-शर्ट, और पेंट को निकालकर अपना पहना हुआ टी शर्ट और लोवर उसको पहना दिया। अपने जूते निकालकर आटो में डाल दिया और आटो को पल्टा दिया। उसके पहने टी शर्ट व उसके बैग में रखे एक काले रंग के पेंट को पहन लिया फिर वहीं रोड के किनारे पड़े एक बड़े से पत्थर से उसके सिर में दो बार पटक कर उसके चेहरे को कुचल कर उसकी हत्या कर दिया। ताकि उसको कोई पहचान न सके और वहीं पर एक पाव देशी प्लेन शराब को पीया और शीशी को वहीं पर छोड़ दिया।
और अपना मोबाईल उसके शरीर के पास रख दिया ताकि लोग यह समझे की ऑटो चालक शंकर शास्त्री का एक्सीडेंट हो गया है। और वह मर गया है, ऑटो चालक स्वयं जंगल के रास्ते पंतोरा चौकी के पीछे से रोड में आ गया। और रोड में चलने वाले ट्रक को हाथ दिया और उसमें बैठकर कोरबा चला गया।
कोरबा में पुराना बस स्टैण्ड के पास एक पीपल पेड़ के नीचे सुबह 09:00 बजे तक बैठा रहा फिर अपना पहचान छुपाने के लिये वहीं पास के सेलून में जाकर अपना सिर मुंडन करा लिया। फिर ज्योति लॉज में एक रूम किराये में लिया जिसमें अपना नाम बैग से आधार कार्ड निकालकर चुरामन साव पिता स्व. श्यामलाल साव ग्राम बुँगा, ग्राम पोस्ट गुजरडीह थाना नवाडीह बोकारो लिखवाया होटल वाले ने मोबाईल नंबर पूछा तो अपना मोबाईल नंबर लिखाया दिनभर रूम में पड़े रहने के बाद शाम को बाहर निकलकर चाय पिया फिर लॉज वापस आकर रात में लॉज के कमरे में सो गया। दिनांक 27.12.2023 कि सुबह लगभग 10:00 बजे रूम छोड़ दिया।
चुरामन साव की दिनांक 25.12. 23 कि रात लगभग 11:00 बजे हत्या कर उसके बैग में रखे समान को लेकर आ गया था। और बैग को लेकर कोरबा में ही घूमता रहा। उसके द्वारा जुर्म स्वीकार करने पर विधि सम्मत कार्यवाही करते हुये आरोपी शंकर शास्त्री उम्र 36 वर्ष निवासी साकिन नवापारा गणेश नगर सिरगिट्टी हाल मुकाम ढेका थाना तोरवा जिला बिलासपुर (छ.ग.) जिससे पूछताछ कर मेमोरण्डम कथन दर्ज कर ज्युडिसियल रिमाण्ड पर भेजा गया।
चुरामन साव की शव जिसे शंकर शास्त्री का शव होने से भाटापारा जिला बलौदाबाजार-भाटापारा में दफनाया गया है। जिसे उसके परिजनो से शिनाख्दगी बाद विधिवत् कार्यवाही की जावेगी।
चौकी पंतोरा थाना बलौदा में अपराध क्रमांक 420/ 2023 धारा 302, 201, 419 भा.दं.वि. कायम कर की जा रही है विवेचना
उपरोक्त संपूर्ण कार्यवाही में सायबर सेल के निरीक्षण प्रवीण कुमार द्विवेदी, उप निरी. पारस पटेल, सउनि. मुकेश पाण्डेय, प्र.आर. विवेक सिंह, राजकुमार चंन्द्रा, बलवीर सिंह, आरक्षक रोहित कहरा, गिरीश कश्यप, थाना प्रभारी बलौदा उप निरी. मनोहर सिन्हा, चौकी प्रभारी पंतोरा दिलीप सिंह, आरक्षक शहबाज खान, नंद कुमार पटेल, कोरबा सायबर सेल के उप निरी. नवीन पटेल, सउनि. अजय सोनवानी, आरक्षक रवि चौबे, चन्द्रकांत गुप्ता का विशेष योगदान रहा।