
Madhyapradesh
रीवा / जनेह थाना क्षेत्र के मनिका गांव में बोरबेल में गिरे बच्चे तक रेस्क्यू टीम पहुंच गई है, उसे बाहर निकाला जा रहा है। जानकारी के अनुसार 6 साल के मयंक की सांसे थम चुकी है। त्यौंथर एसडीएम (SDM) संजय कुमार जैन ने मयंक की मौत की पुष्टि की है। अब त्यौंथर में पोस्टमार्टम की तैयारी की जा रही है। मयंक तक एनडीआरएफ (NDRF) की रेस्क्यू टीम पहुंच गई। टीम ने उसे मृत बताया है। शव निकालने के बाद डॉक्टर परीक्षण करेंगे इससे पहले खुले बोरबेल में फंसे हुए मयंक को निकालने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे थे। लेकिन बचाव टीम देर रात तक 6 वर्ष के मयंक तक नही पहुंच सकी। बच्चे के लोकेशन का पता नही चल पा रहा था।
शुक्रवार की शाम को खेत में खेलते हुए 6 वर्षीय मयंक करीब 70 फीट गहरे बोरवेल में गिरा गया था, घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर रेस्क्यू टीम पहुंची। NDRF के साथ ही SDRF की टीम और स्थानीय प्रशासन पुलिस का अमला रेस्क्यू में लगा रहा। दरअसल, ना तो CCTV में मयंक की तस्वीर दिखाई दी और ना ही उस तक ऑक्सीजन पहुंच पाई 30 घंटों की मशक्कत और तमाम कोशिशों के बावजूद भी मयंक की जान नहीं बच सकी।
घटना की सूचना के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रेस्क्यू की जिम्मेदारी उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल को सौंपी थी। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने शुरआत से ही मोर्चा संभाला उनके साथ पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह और जिले के आला अफसर मौजूद रहे। स्वास्थ्य अमला मुस्तैद किया गया, प्रशासन ने 2 एंबुलेंस सहित चिकित्सकों की टीम को तैनात किया शनिवार दोपहर में ही कयास लगाए जाने लगे थे कि बस अब मयंक को बाहर निकाल लिया जायेगा, लेकिन हार्डरॉक होने की वजह से काम की गति धीमी हो गई। रेस्क्यू लगातार जारी रहा और आज सुबह मयंक का शव बरामद किया गया है।