CRIME NEWS : पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर कराई पति की हत्या, 7 आरोपी गिरफ्तार

बलरामपुर / बलरामपुर में शुक्रवार को साले की शादी में ससुराल आए युवक की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है, मृतक की पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कराई थी। पुलिस ने इस मामले में मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि शुक्रवार को देवरहना थाना खरगूपुर जिला गोंडा निवासी 25 वर्षीय हरेन्द्र कुमार वर्मा पुत्र चन्द्र प्रकाश उर्फ चंदू की महराजगंज तराई थाना क्षेत्र के जुगलीकलॉ गांव में गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। हरेन्द्र कुमार वर्मा की जुगलीकलॉ निवासी विजय वर्मा के घर ससुराल है. वह अपने साले की शादी में शामिल होने आया था। बहूभोज वाले दिन शुक्रवार रात किसी ने फोन करके उसे कम्पोजिट विद्यालय की ओर बुलाया और गला रेतकर हत्या कर दी। हरेन्द्र के चाचा ने भतीजे की हत्या का केस अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कराया था।
पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने घटना स्थल का जायजा लेकर घटना राजफाश के लिए पुलिस की तीन टीमें लगाई थी। बेरहमी से किये गए कत्ल को लेकर गांव में भय का माहौल हो गया था। प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार पाण्डेय ने विवेचना शुरू की और मौके से परिस्थितिजन्य व इलेक्ट्रानिक साक्ष्य जुटाए। फोरेंसिक व सर्विलांस टीम की मदद ली गई। प्रथम दृष्टया पाया गया कि घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी जुगलीकलॉ निवासी जितेन्द्र वर्मा पुत्र तुलाराम हैं। जिसने अपने 6 दोस्तों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मुखविरों का जाल बिछा दिया। पुलिस ने रविवार रात जितेन्द्र वर्मा को टेढ़वा मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया। अन्य आरोपी मुकेश कुमार पुत्र राम बिहारी, उमा देवी वर्मा पुत्री विजय प्रताप वर्मा, सचिन यादव पुत्र श्याम लाल यादव, अखिलेश यादव पुत्र मिश्री लाल, संतोष पुत्र बेचूराम व मुकेश साहू पुत्र जगराम को कौवापुर रेलवे क्रासिंग तथा महादेव गोंसाई पुल के पास गिरफ्तार किया गया।
मुख्य आरोपी जितेन्द्र वर्मा व मुकेश वर्मा की निशांदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल चाकू, खून लगे कपड़े व जूते, छह अदद मोबाइल फोन व दो बाइक बरामद किये गए।
कई वर्षों से चल रहा प्रेम प्रसंग
पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि जितेन्द्र वर्मा और उमा वर्मा के बीच कई वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वे एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। उमा के घर वालों ने हरेन्द्र वर्मा से चार साल पहले उसकी शादी करा दी, लेकिन उमा व जितेन्द्र के बीच प्रेम कम नहीं हुआ। उनका एक दूसरे के बिना रह पाना मुश्किल हो रहा था। दोनों ने सोंचा कि अगर हरेन्द्र को रास्ते से हटा दिया जाए तो वे एक दूसरे से शादी कर लेंगे। दोनों ने मिलकर हरेन्द्र वर्मा की हत्या की योजना बनाई। कई बार प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। जितेन्द्र वर्मा को लगा कि उसे अपने दोस्तों की मदद लेनी चाहिए। बिना मदद के घटना को अंजाम देना संभव नहीं है। उसने घटना को अंजाम देने के लिए मुकेश कुमार, सचिन, अखिलेश, संतोष, मुकेश साहू से बातचीत करके रास्ते पर ले आया। सभी ने मिलकर हरेन्द्र की गला रेतकर हत्या कर दी।
इस घटना ने एक बार फिर से प्रेम संबंधों की दुश्मनी की कहानी को उजागर किया है, जिसमें एक निर्दोष की जान चली गई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्यवाही करते हुए न्यायायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।