‘हेरा फेरी’ स्टार का मानना है कि यह तय करना मुश्किल है कि ओटीटी प्लेटफार्म्स पर क्या सेंसर किया जाए और क्या छोड़ा जाए। सुनील शेट्टी ने यह भी कहा कि कंटेंट डालते समय हर किसी को नैतिक रूप से जिम्मेदार होना चाहिए। एक बातचीत में सुनील ने मुद्दे पर अपने विचार साझा करते हुए कहा, ‘आज की दुनिया में, हर चीज में एक बहुत पतली रेखा होती है। उदाहरण के लिए, अगर आप कबाड़ बेचने के क्षेत्र में सेंसरशिप न होने का फायदा उठा रहे हैं, तो यह उचित नहीं है। जब उम्र और सामग्री की बात आती है तो प्रतिबंध बहुत अधिक होने चाहिए।’
सुनील शेट्टी ने अपने विचार को विस्तार से साझा करते हुए आगे कहा, ‘अगर यह चरम है, और अगर यह किसी, व्यक्ति, धर्म या किसी चीज को नुकसान पहुंचा रहा है या पारिस्थितिकी तंत्र में गड़बड़ी पैदा कर रहा है, तो यह उचित नहीं है। आपको नैतिक रूप से जिम्मेदार होना होगा। मैं ऐसी सामग्री नहीं दिखाऊंगा या उसका हिस्सा नहीं बनूंगा, वह भी सिर्फ इसलिए कि इसके लिए एक दर्शक वर्ग है।’
सुनील शेट्टी ने बात में जोड़ा, ‘मैं यह नहीं मानता कि अच्छाई नहीं बिकती और केवल बुराई ही बिकती है, तो आइए उस बैंडबाजे पर चलते हैं। यहीं हम गलत हो रहे हैं और इसकी वजह सोशल मीडिया है। हर दशक की अपनी समस्याएं होती हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि, सेंसरशिप आज एक बहुत ही कठिन प्रक्रिया है। आप क्या सेंसर करते हैं? क्या नहीं? इसलिए, आपको नैतिक रूप से जिम्मेदार होना होगा।’
नैतिक रूप से जिम्मेदार होने के बारे में आगे बात करते हुए सुनील शेट्टी ने कहा, ‘हम एक ऐसे बैकग्राउंड से आते हैं, जहां परिवार बहुत मायने रखता है और समाज भी। किसी को नुकसान न पहुंचे यह बहुत मायने रखता है। हमें मेकर्स और एक्टर्स के रूप में इसके बारे में सचेत रहना होगा।’
Melany Glass
Easton Foley